बीमा कंपनी ने एसपी को सौंपे सबूत, एक्शन की मांग
शाजापुर, अग्निपथ। वाहनों के बीमा क्लेम में जिले में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी का खुलासा हुआ है। नेशनल इंश्योरेंस कंपनी ने शाजापुर पुलिस के सामने करोड़ों रुपये के मोटर दावों में फर्जी गाडिय़ों का इस्तेमाल करने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। कंपनी ने एसपी को ऐसे चौंकाने वाले सबूत सौंपे हैं, जो बताते हैं कि दुर्घटना के दिन गाडिय़ां कहीं और थीं, जबकि उनका नाम एक्सीडेंट क्लेम में डाल दिया गया।
नेशनल इंश्योरेंस के डिप्टी जनरल मैनेजर समीर कालरा और क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीनिवास सोलंकी ने शुक्रवार को शाजापुर एसपी यशपाल सिंह राजपूत और एडिशनल एसपी टीएस बघेल से मुलाकात की। उन्होंने एक विस्तृत ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि मोटर दुर्घटना दावा के तीन बेहद संदिग्ध मामलों में मोटर मालिक और अन्य लोगों की मिलीभगत से हुए फर्जी क्लेम की कड़ी जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।
मीडिया से बात करते हुए बीमा कंपनी के डीजीएम कालरा ने बताया कि कंपनी में मोटर वाहन दुर्घटना के तीन ऐसे दावे आए हैं, जो बेहद संदिग्ध हैं। हमारे इन्वेस्टिगेटर ने जब इनकी गहराई से जांच की, तो सामने आया कि ये वाहन दुर्घटना के समय वहां मौजूद ही नहीं थे। कालरा ने बताया कि इसके पुख्ता साक्ष्य और कई ऐसे सबूत हाथ लगे हैं, जो हमने पुलिस को सौंप दिए हैं।
लाइसेंस रद्द करो, गाडिय़ां ज़ब्त करो
कालरा ने बताया कि उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार के पुलिस और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी पत्र भेजे हैं। उनकी मांग साफ है कि जो ड्राइवर बार-बार अपना लाइसेंस वाहन दुर्घटना के मामले में लगाते हैं, जबकि वे मौके पर थे ही नहीं, उनके लाइसेंस तुरंत निरस्त किए जाएं और उन पर मुकदमा दर्ज हो।
उन्होंने आगे कहा, ऐसे वाहन मालिक, जो बार-बार अपनी गाडिय़ों को एक्सीडेंट क्लेम में लगाते हैं, जबकि वे गाडिय़ां मौके पर होती ही नहीं हैं, उनकी गाडिय़ों का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाए और उन वाहनों को ज़ब्त कर राजसात किया जाए।
यह मामला शाजापुर क्षेत्र के कुछ लोगों से जुड़ा है, जो वाहन चालक, वाहन स्वामी और तथाकथित चश्मदीद गवाहों के साथ मिलकर सुनियोजित षड्यंत्र रचते हैं। इनका मकसद दुर्भावनापूर्ण तरीके से बीमा क्षतिपूर्ति प्राप्त करना होता है, जिससे बीमा कंपनियों और अंतत: सरकार के खजाने को भारी आर्थिक नुकसान पहुंच रहा है। नेशनल इंश्योरेंस ने ऐसे सभी लोगों पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फर्जी दावों का होगा पर्दाफाश, एसआईटी करेगी जांच
कालरा ने कहा कि कंपनी द्वारा भी वाहन दुर्घटना के मामलों की बारीकी से जांच करवाई जा रही है। हमने अपने सूचना तंत्र को मजबूत किया है, ताकि न्यायालय के समक्ष फर्जी गिरोहों द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे झूठे और फर्जी मोटर दावा क्लेम को बेनकाब किया जा सके। हम ऐसे लोगों के विरुद्ध संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज करवाएंगे।
इनका कहना
मोटर वाहन दवा दुर्घटना मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन शाजापुर में किया गया है जो दुर्घटना दावे के मामले की जांच करेगी। साथ ही नेशनल इंश्योरेंस से जो तीन मामले हमें दिए गए हैं, उनकी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। इसमे संलिप्तता वाले लोगो पर जांच सिद्ध होने पर कार्यवाही की जाएगी।
– यशपालसिंह राजपूत, एसपी, शाजापुर