पुलिया से पानी निकासी बंद किए जाने की शिकायत भारी पड़ गई; जंगल का पानी गांव में ही छुड़वा दिया

सीहोर अग्निपथ, 25 जून: आष्टा के ग्राम छापरी देवकी के ग्रामीणों की पुलिया से पानी निकासी बंद किए जाने की शिकायत उन्हें भारी पड़ गई है। समस्या के समाधान के बजाय, तहसीलदार और पटवारी ने निरीक्षण कर जंगल का पानी छापरी गांव में ही छुड़वा दिया है, जिससे गांव में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि बंद पुलिया को नहीं खोला गया, तो बारिश का पानी सौ एकड़ खेतों को बर्बाद करने के साथ-साथ घरों, मंदिर और स्कूल में भी घुस जाएगा। इस गंभीर समस्या के निराकरण की मांग को लेकर ग्राम छापरी के ग्रामीणों ने कलेक्टर को आवेदन दिया है।

कलेक्ट्रेट पहुंचे छापरी देवकी के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से जंगल का पानी पुलिया के माध्यम से नाले की ओर जा रहा था। हालांकि, गांव के सूरजसिंह हरनाथ सिंह, मिश्रीलाल, गुलाबसिंह, और लखन सिंह ने पुलिया को पत्थर डालकर बंद कर दिया था। ग्रामीणों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद, विधायक, अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, पटवारी और मंडी अध्यक्ष ने मौके का मुआयना किया था। उन्होंने जंगल का पानी 100 फीट की दूरी पर नाली खोदकर नाले में मोड़ने का आदेश भी दिया था, लेकिन इस आदेश का पालन नहीं किया गया।

इसके बाद, ग्रामीणों ने 18 जून को तहसीलदार को दोबारा आवेदन दिया। नायब तहसीलदार और पटवारी 20 जून को निरीक्षण करने पहुंचे, लेकिन उन्होंने गांव की समस्या दूर करने के बजाय जंगल का पानी गांव की ओर ही मोड़ दिया है। अब बारिश का पानी गांव के स्कूल, मंदिर और 45 से 50 एकड़ कृषि भूमि को खराब कर रहा है, और घरों में भी पानी घुसने लगा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस समस्या का तत्काल समाधान करने की अपील की है।

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