उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर सहित मंगलनाथ और हरसिद्धि मंदिर भी 28 जून से आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएंगे। तीनों मंदिरों में आम श्रद्धालुओं को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट अथवा आरटी पीसीआर रिपोर्ट देखकर ही प्रवेश दिया जाएगा। तीनों मंदिरों में प्रवेश को लेकर तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। महाकालेश्वर मंदिर के 4 नंबर गेट से आम, खास और 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकटधारियों को प्रवेश दिया जाएगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर, मंगलनाथ मंदिर और हरसिद्धि मंदिर आज 28 जून से आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। विगत 2 माह से तीनों मंदिर अभी तक कोरोना संक्रमण के चलते बंद कर दिए गए थे। आज सुबह महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं को 6 बजे से दर्शन करवाना शुरू कर दिए जाएंगे। इसी तरह से मंगलनाथ और हरसिद्धि मंदिर में भी आम श्रद्धालुओं के प्रवेश आज से शुरू हो जाएंगे।
लेकिन उनको कोरोना गाइड लाइन के तहत प्रवेश दिया जाएगा। हालांकि महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या का निर्धारण 3500 किया गया है। लेकिन मंगलनाथ और हरसिद्धि मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित नहीं की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग मास्क सहित अन्य कोरोना गाइड लाइन के तहत होने वाली व्यवस्था आम श्रद्धालुओं को करके आना पड़ेगी।
250 और वीआईपी श्रद्धालुओं का प्रवेश भी 4 नंबर गेट से
मंदिर प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी ने बताया कि आम श्रद्धालुओं को सुबह 6 बजे से 4 नंबर गेट से प्रवेश दिया जाएगा। इसी तरह 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट धारी श्रद्धालु और वीआईपी प्रोटोकाल प्राप्त श्रद्धालुओं को भी चार नंबर गेट से प्रवेश देने की व्यवस्था रखी गई है। हालांकि आम श्रद्धालुओं से इनकी दूरी बनाकर रखी जाएगी लेकिन एक ही गेट से सभी को प्रवेश दिया जाएगा। वहीं पंडे पुजारी महाकाल प्रवचन हाल गेट अथवा चार नंबर गेट से प्रवेश कर सकते हैं। सभी श्रद्धालुओं को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट अथवा आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट दिखाकर ही प्रवेश मिल पाएगा।
मंगलनाथ में केवल 40 पूजन
मंगलनाथ मंदिर के प्रशासक नरेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि मंगलनाथ मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए आज से दर्शन हेतु खोल दिया जाएगा। लेकिन श्रद्धालुओं को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही सुबह 7 बजे से 9 बजे और 9 से 11, 11 से 1 बजे और 1 से 3 बजे तक ही पूजन करवाने की अनुमति दी गई है। इन स्लाटों में केवल 40 पूजन की अनुमति दी गई है। 2 घंटे के स्लॉट में 10 पूजा की अनुमति प्रदान की गई है। श्रद्धालुओं को गर्भगृह के बाहर से दर्शन कराए जाएंगे। एक घंटे में गर्भगृह में 15 पूजन कराई जा सकती हैं। श्रद्धालुओं को मास्क और कोरोना संक्रमण के तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना आवश्यक होगा। इसी तरह से हरसिद्धि मंदिर के प्रशाासक अवधेश जोशी ने बताया कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट देखकर ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का श्रद्धालुओं को पालन करना अनिवार्य किया गया है।