स्कूल खोलने पर संगठन बटे, दोनों संगठन में 500 स्कूल हैं सदस्य
- प्रदेश में 45000 स्कूलों ने नहीं किया कामकाज
- आरटीई का पैसा मांगा स्कूलों संचालकों ने
उज्जैन। स्कूल संचालकों ने नौ सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिन का सांकेतिक बंद रखा। इसमें 500 से ज्यादा स्कूल शामिल हुए। जबकि प्रदेश में 45000 हजार स्कूलों ने बंद का समर्थन किया। आज से 250 स्कूलों में फिर से ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो जाएगी। जबकि 250 स्कूलों में पढ़ाई नहीं होगी। ये स्कूल हड़ताल पर रहेंगे।
सीबीएसई स्कूलों ने क्लास बंद नहीं की थी। सोसायटी फार प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर एसोसिएशन के शहर प्रधान जितेंद्र शिंदे ने दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने तीस साल से आरटीई के तहत जिन स्टूडेंट का एडमिशन हुआ है, उनका पैसा निजी स्कूलों को नहीं दिया है। स्कूल बंद होने के बाद भी स्कूल संचालकों को भारी भरकम बिजली के बिल मिले हैं, संपत्तिकर भरने के नोटिस मिले हैं, बसों का टैक्स वसूला जा रहा है। स्कूल संचालक भारी आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। इसके बाद भी स्टाफ को सैलरी दी जा रही है।
इन सब मांगों को लेकर स्कूल संचालक पहले डीईओ कार्यालय पहुंचे थे। उसके बाद प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा से मिले। जहां देवड़ा ने उन्हें आश्वस्त किया कि वे वित्त मंत्रालय में आरटीई की फीस के भुगतान के संबंध में पता करके स्कूल संचालकों को भुगतान कराने के प्रयास करेंगे।
इस दौरान जिलाध्यक्ष मनीष भारद्वाज, जितेंद्र शिंदे, जितेंद्र निगम, राकेश द्विेदी, महेश जायसवाल, देवेंद्र सिंह चौहान, सावन सोनी, महेश पाटीदार, जाहिद गुट्टी, भारत सिंह आदि मौजूद थे।
हड़ताल नहीं हुई खत्म, नहीं लगेगी ऑनलाइन क्लास : शर्मा
संभागीय अशासकीय शाला संगठन के एसएन शर्मा का कहना है कि हमारे संगठन से जुड़े 250 स्कूल हड़ताल पर हैं और ऑनलाइन क्लास नहीं चलेगी। उन्होंने कहा, तीन साल के बकाया आरटीई और पांच साल की मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी रमा नाहटे को ज्ञापन दिया। इस अवसर पर शिवनारायण शर्मा, एसएन शर्मा, कार्यवाहक जिला अध्यक्ष शैलेंद्र पाल, पंकज भटनागर, कमलेश जाट , सुशील पटेल, सुनील भदोरिया, संजय मारोठिया, विवेक शर्मा ,विक्रांत त्रिपाठी, सुभाष त्रिपाठी, श्रीमती सेला शर्मा ,परमानंद शर्मा, बलवंत राठौर, खालिक मंसूरी ,आईके वर्मा, अरुण पांडे, संजय पुरोहित, जीआर बामणावत एवं अजय एकल, संजय व्यास एवं भारतीय ज्ञानपीठ से भी संचालक साथी के प्रतिनिधि उपस्थित हुए थे।