केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा- इंदौर के बाद उज्जैन में एयरपोर्ट बेहद जरूरी
उज्जैन, अग्निपथ। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि उज्जैन में एयरपोर्ट की अच्छी संभावनाएं हैं। इस पर विचार किया जा रहा है। संभव है यहां एयरपोर्ट बनाया जाए। इसके पहले यहां मौजूद हवाई पट्टी का विस्तार करेंगे। सिंधिया सोमवार को भगवान महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने उज्जैन आए थे। उन्होंने शिप्रा नदी के रामघाट पर महाकाल की पूजा की।
गौरतलब है उज्जैन पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। राज्य सरकार 700 करोड़ रुपए खर्च कर महाकाल परियोजना को विस्तार दे रही है। 2028 में यहां सिंहस्थ का आयोजन होना है। उसमें देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु सीधे उज्जैन में उतर सकेंगे। अभी श्रद्धालुओं को इंदौर एयरपोर्ट पर उतरना पड़ता है। वहां से करीब 60 किमी कार आदि से उज्जैन आना पड़ता है।
वहीं मप्र के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव उज्जैन के औद्योगिक विकास को लेकर बैठकें कर रहे हैं। अलग-अलग क्लस्टर बनाए जाने पर जोर दे रहे हैं। कुछ क्लस्टर के लिए जमीनें देख ली गई हैं, जबकि कुछ के लिए और जमीनें चिन्हित की जाना है। ऐसे में उद्योगों को ट्रांसपोर्टेशन के लिए बड़े शहरों से सीधे कनेक्टिविटी होना जरूरी है।
इसके अलावा इंदौर एयरपोर्ट पर अभी 52 उड़ानों का संचालन हो रहा है। 31 अक्टूबर से जारी होने वाले नए विंटर शेड्यूल में उड़ानों की संख्या बढ़कर 88 हो जायेंगी। यहां नाइट पार्किंग की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। फिलहाल, इंडिगो एयरलाइंस 3 विमानों की नाइट पार्किंग करता है। यह फ्लाइट बैंगलुरु, हैदराबाद और दिल्ली जाती हैं। सूत्रों के मुताबिक जिस तरह मुंबई के बाद पुणे को बड़ा एयरपोर्ट बनाकर लोड पुणे शिफ्ट किया है। उसी तरह से इंदौर का एयर ट्रैफिक लोड भी उज्जैन शिफ्ट किया जा सकता है। इंदौर से मिलने वाले दुबई, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, पुणे, रायुपर, हैदराबाद, बैंगलुरु, जयपुर की फ्लाइट का उज्जैन से भी सीधा कनेक्शन हो सकेगा।