इंदौर से आया गंभीर में ‘नीर’

उज्जैन, अग्निपथ। इंदौर के यशवंत सागर से आए पानी ने उज्जैन शहर के मुख्य जलस्त्रोत गंभीर बांध के सूखे को मिटाकर शहर की चिंता को राहत में बदल दिया है। रात 10 बजे तक गंभीर बांध में ६५३.४८४ एमसीएफटी पानी संग्रहित हो गया है। इस 24 घंटे की अवधि में इंदौर में दो बार यशवंत सागर के एक गेट को 3 फीट तक खोला गया। गंभीर बांध में पानी की आवक प्रति घंटे 5 एमसीएफटी बढ़ता रहा।

गुरुवार रात१० बजे गंभीर बांध का लेवल 47८.८२ मीटर पर था। बांध में 65३.४८४ एमसीएफटी पानी संग्रहित हो चुका था बुधवार रात 12.10 बजे यशवंत सागर का एक गेट 3 फीट तक खोला गया। सुबह 6 बजे तक यह गेट खुला रहा। यशवंत सागर से गंभीर बांध तक नदी खाली होने की स्थिति में पानी पहुंचने में 6 घंटे का समय लगता है। इंदौर से पानी ओवर फ्लो होने के बाद गंभीर बांध में सुबह 6 बजे से पानी की आवक बढऩा शुरू हुई।

शाम 4.20 बजे से दोबारा से यशवंत सागर का एक गेट 3 फीट खुला। इसके पानी की गंभीर में आवक लगातार बनी हुई है। इंदौर का यशवंत सागर 19 फीट लेवल पर ओवर फ्लो होता है। यह तालाब पूरी तरह से भर चुका है। यशवंत सागर का फुल हो जाना उज्जैन के लिए इंदौर से बड़ी खुशखबर है। अब गंभीर बांध का कैचमेंट क्षेत्र दो गुना हो गया है।

इंदौर के आगे वाले हिस्से में भी यदि कहीं बरसात होगी तो वह पानी भी अब यशवंत सागर से ओवर फ्लो होकर गंभीर बांध में आएगा। इसका सीध मतलब यह हुआ कि यदि दो-तीन दिन भी बारिश का जोर इसी तरह बना रहा तो गंभीर बांध पूरी तरह से भरने की पूरी संभावना है।

इंदौर और उज्जैन के क्षेत्र में हुई बारिश के बाद शिप्रा नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। सुबह 6 बजे से शिप्रा नदी के जलस्तर में वृद्धी होने लगी थी। पूरे दिन शिप्रा का पानी रामघाट पर छोटे पुल से लगभग दो फिट उपर बहता रहा। नवागत नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता ने अंबोदिया गांव में पहुंचकर गंभीर बांध के किनारे स्थित भगवान बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर में पूजन-अर्चन किया।

24 घंटे में दो इंच बरसात

बुधवार और गुरुवार के बीच पिछले 24 घंटे में शहर में 47 (लगभग 2 इंच) मिलीमीटर बरसात दर्ज हुई है। उज्जैन में हर सात औसत 36 इंच बरसात दर्ज होती है। गुरुवार शाम तक की स्थिति में इस सीजन की 647 मिली मीटर (25 इंच) बरसात हो चुकी है। औसत का आंकड़ा छूने के लिए अब भी 11 इंच बरसात की जरूरत है।

शाम 7 बजे खुला दो मीटर गेट

शाम 7 बजे से यशवंत सागर का एक गेट लगभग 7 फीट(2 मीटर) तक खोल दिया गया था। यशवंत सागर में पानी की आवक लगातार बनी हुई है और यहीं पानी ओवर फ्लो होकर गंभीर बांध में संग्रहित हो रहा है। गेट को 2 मीटर तक खोले जाने के बाद इस बात की पूरी संभावना है कि शुक्रवार सुबह तक बांध में लगभग 1300 से 1500 एमसीएफटी पानी संग्रहित हो जाएगा।

एप्रोच रोड पूरी तरह क्षतिग्रस्त

गंभीर क्षेत्र में पाल से होकर बांध तक जाने वाली एप्रोच रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। चौपहिया वाहन से तो इस रोड़ से होकर जाना नामुमकिन है। अगले एक या दो दिन में यदि बांध के गेट खुले तो इस नजारे को देखने जाने वालो की भीड़ लग जाएगी। ऐसे में एप्रोच रोड का क्षतिग्रस्त होना यहां हादसे की वजह बन सकता है।

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