सेंसर बैरिकेडिंग भी होगी, वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए गेट 4 व 5 पर हेड सेंसर से होगी श्रद्धालुओं की काउंटिंग
उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में 550 करोड़ रुपए से विस्तारीकरण का कार्य स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत चल रहा है। लेकिन व्यवस्थाएं जस की तस होकर आए दिन विवाद की स्थितियां मंदिर में निर्मित हो रही थीं। इन व्यवस्थाओं को भी आधुनिकी करण की आवश्यकता थी। ऐसे में अब मंदिर की दर्शन व्यवस्था को भी हाईटेक करने की तैयारी की जा रही है। यह काम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत प्रथम चरण में वीआईपी श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए मंदिर के गेट क्रमांक 4 और 5 पर मेट्रो स्टेशन की तरह सेंसर बैरिकेडिंग के साथ टोकन मशीन लगाई जाएगी।
गुरुवार को इसके लिए महाकाल मंदिर में स्मार्ट सिटी सीईओ जितेन्द्रसिंह चौहान, एडिशनल एसपी अमरेंद्र सिंह, प्रशासक गणेश धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल सहित अन्य अधिकारियों ने महाकाल मंदिर का दौरा किया। मशीन किस जगह लगाना है यह तय किया और मशीन लगने वाले स्थान को देख दिशा निर्देश जारी किए। महाकाल मंदिर में देशभर से आने वाले वीआईपी श्रद्धालुओं को अब यह टोकन महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा दिए जाएंगे। श्रद्धालुओं द्वारा गेट पर पहुंचकर मशीन में टोकन डालते ही सेंसर युक्त ऑटोमेटिक बेरिकेडिंग खुल जाएगी और श्रद्धालु आसानी से महाकाल मंदिर के दर्शन कर सकेंगे। वीआईपी श्रद्धालुओं को प्रोटोकॉल के तहत मंदिर प्रबंध समिति द्वारा अभी गेट नंबर 4 और 5 से 100 रुपए शुल्क लेकर प्रवेश दिया जा रहा है। लेकिन इस बीच कई ऐसे श्रद्धालु में प्रवेश कर जाते हैं जो प्रोटोकाल नियम में नहीं आते। बेरिकेडिंग मशीन के लग जाने से ऐसे श्रद्धालु जिनके पास टोकन नहीं होगा वे प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
त्योहारों के समय गिनती की परेशानी
महाकाल मंदिर में हाईटेक मशीन के साथ-साथ अब आम श्रद्धालुओं के गेट पर हेड सेंसर मशीन भी लगेगी। जैसे रोजाना आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती ऑटोमेटिक मंदिर में दर्ज हो जाएगी। ज्ञातव्य रहे कि त्योहारों के समय लाखों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को आते हैं। लेकिन हेड सेंसर मशीन नहीं लगी होने के कारण इनकी गिनती नहीं हो पाती। हेड सेंसर मशीन लग जाने से जिला प्रशासन भी इस बात का अनुंमान लगा लेगा कि आगामी त्योहार पर कितनी तादात में श्रद्धालु दर्शन को आ सकते हैं।
विवादों को मिलेगा विराम
महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था को हाईटेक किए जाने से दर्शन के लिए प्रवेश के दौरान हो रहे विवाद समाप्त हो जाएंगे। आटोमेटिक बेरिकेडिंग होने की वजह से यहां पर कर्मचारियों को खड़ा करने की आवश्यकता नहीं होगी। अभी जो व्यवस्था चल रही है। इसमें कर्मचारियों के मौजूद होने से विवाद बढ़ जाता है। मंदिर के कर्मचारियों को भी बिनावजह श्रद्धालुओं से मगजमारी करना पड़ती है।
सुरक्षा व्यवस्था होगी चाकचौबंद
महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि गेट नंबर 4 और 5 के लिए मशीन लगाने की बात कही है। जल्दी ही इसमें टेंडर बुलाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को सुविधा मिलने लगेगी। बाद में यह सुविधा महाकाल मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा मानकों के साथ शुरू की जाएगी। इस व्यवस्था से महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद हो जाएगी। इसमें कोई भी संदिग्ध व्यक्ति मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा।