हर अखबार के लिए कोटा सिस्टम के माध्यम से महाकाल दर्शन में छूट देने पर विचार करेंगे : कलेक्टर
उज्जैन, अग्निपथ। शहर के हर अखबार को कोटा सिस्टम के माध्यम से 10 से 20 लोगों को एक माह में शुल्क में छूट देने पर विचार किया जा सकता है। इससे अखबार से जुड़े पत्रकार और उनसे जुड़े अधिकारियों,स्टाफ को दर्शन और भस्म आरती में शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
यह आश्वासन कलेक्टर आशीष सिंह ने उज्जैन प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि शुल्क व्यवस्था को लेकर पत्रकारों के सुझाव पर विचार करके अमल किया जाएगा। पत्रकारों ने कलेक्टर सिंह को बताया था कि नियमित दर्शन करने आने वालों में बुजुर्ग, महिला और व्यापारी रहते हैं। ठंड के समय में एक से दो घंटे को नियमित दर्शनार्थियों को बढ़ाया जाना चाहिए। इससे उन्हें आसानी होगी। इस पर कलेक्टर सिंह ने कहा, नियमित दर्शनार्थियों को छूट दी जा सकती है। इसके जल्द ही आदेश दे दिए जाएंगे। इस दौरान प्रेस क्लब के अध्यक्ष विशाल सिंह हाड़ा, सचिव उदय चंदेल, पुष्कर दुबे,हर्ष जायसवाल, सचिन, प्रदीप मालवीय,राजेश रावत, मनीष पांडे राहुल यादव आदि मौजूद थे।
जान्सापुरा के पास हाल्ट के विषय पर जल्द फैसला
कलेक्टर आशीष सिंह ने जान्सापुरा के पास रेलवे का हाल्ट करने के लिए फैसला लेने का आश्वासन दिया है। इससे महाकाल मंदिर जाने वालों का समय बचेगा। भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था हो जाएगी। इस विषय पर रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य प्रकाश त्रिवेदी ने कलेक्टर सिंह से पहल करने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि रेलवे ने इस प्रस्ताव को मान लिया है। अगर स्मार्ट सिटी के माध्यम से जिला प्रशासन पहल करता है तो यह प्रस्ताव भी रेलवे से पास हो जाएगा। स्मार्ट सिटी को रेलवे को ड्राइंग और प्रस्ताव बनाकर देना है।
महाकाल में वीआईपी की प्रेसवार्ता के लिए व्यवस्था
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकाल मंदिर में नंदी हाल से महाकाल प्रवचन हाल के पास वीआईपी को दर्शन करके निकालने की व्यवस्था बनाई जा रही है। वीआईपी को ज्यादा से ज्यादा 300 मीटर ही दर्शन के लिए चलना होगा। इससे न तो आम दर्शनार्थियों को परेशानी होगी और वीआईपी भी दर्शन करके चले जाएंगे। यह व्यवस्था बनाई जा रही है। पत्रकारों ने वीआईपी के आने और जाने वाले मार्ग पर प्रेसवार्ता के लिए एक व्यवस्था बनाने का सुझाव दिया। ताकि वहीं वीआईपी की पत्रकारवार्ता हो सके और वीआईपी को परेशानी भी न आए।
कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि वे इस व्यवस्था के लिए योजना को देखने और समझने के बाद स्थान उपलब्ध कराने की जानकारी देंगे। अगले तीन माह में मंदिर का प्रथम पेज पूरा होने के साथ ही बहुत की व्यवस्था में बदलाव नजर आने लगेगा। महाकाल मंदिर के सामने 70 फीट के इलाके को व्यवस्थित करने की प्रक्रिया दिवाली के बाद शुरू हो जाएगी। सभी पक्षों से बात हो चुकी है और उन्होंने सहमति बता दी है।
इस व्यवस्था में तोडफ़ोड़ के बाद नई दुकानें बनाकर दे दी जाएगी। वहीं किराददारों और मकान मालिक के बीच भी करार कराया जाएगा। इसमें मकान मालिक पांच साल तक किसी अन्य को किराए पर दुकान नहीं देगा, इससे किराएदार को भी परेशानी नहीं होगी और दुकान बन जाने से मकान मालिक को भी कोई परेशानी नहीं होगी। त्रिवेदी संग्रहालय के पास 400 वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।