विधिक साक्षरता शिविर में बोलीं न्यायाधीश वंदना मालवीय
कायथा, अग्निपथ। लड़कियों की बीच में छुटी पढ़ाई को पूरा कराना अभिभावकों का दायित्व है। पढ़-लिखकर बेटी का भविष्य सही और सुदृढ़ होगा। बालिकाओं को भी अपनी समस्या छुपाना नहीं चाहिए। बेझिझक परिवार वालों को बताने से समस्या का निराकरण संभव है।
यह बात न्यायाधीश वंदना मालवीय ने शासकीय हाईस्कूल खारपा में विधिक साक्षरता शिविर के तहत कही। ग्राम भेरूपुरा, शिवपुरा और खारपा के विद्यार्थियों और ग्रामीणों को न्यायाधीश ने विभिन्न कानूनों की जानकारी देने के साथ अपराध न करने और अत्याचार न सहने की प्रेरणा दी।
इस मौके पर तराना के वरिष्ठ अभिभाषक एलएन जोशी द्वारा तथ्यों पर आधारित नियम और कानून की जानकारी दी गई तथा साथ ही योजनाओं का लाभ किस प्रकार लिया जाए, उसके लिए भी जन जागरण का कार्य किया।
कार्यक्रम में शिवसिंह सिसौदिया, दयाराम गुर्जर, दिलीप बडाल, महेश पाटीदार, शिवकुमार हार्डिया, संतोष राठौर, प्रियंका दुबे, संगीता रत्नेरिया, दीप्ति भोसले, सुरेंद्र बड़ाल और पंच गण, आंगनवाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता एवं ग्रामीणजन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन महेश पाटीदार ने किया। आभार दिलीप बड़ाल ने माना।