नई दिल्ली। हाल ही में संसद द्वारा पास कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में पिछले आठ दिनों से किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। वे तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं और इसको लकेर वे दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। वे राष्ट्रीय राजधानी में आकर प्रदर्शन की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें फिलहाल इसकी इजाजत नहीं दी गई है। दिल्ली आने वाले अधिकांश रास्तों को सील कर दिया गया है। वहीं, आज चौथे दौर की वार्ता भी चल रही है। पिछले कई घंटों से किसान नेताओं और सरकार के बीच कृषि कानूनों को लेकर चर्चा चल रही है।
- – पिछले सात घंटों से विज्ञान भवन में किसान नेताओं की केंद्र सरकार के साथ बातचीत जारी है। इस बैठक में किसानों ने सुझाव दिया कि सरकार को संसद का विशेष सत्र बुलाना चाहिए और नए कृषि कानूनों को रद्द करना चाहिए।
- – सुखबीर बादल ने कहा कि क्या बीजेपी या किसी और के पास किसी को भी राष्ट्र-विरोधी घोषित करने का अधिकार है? इन लोगों (किसानों) ने अपना पूरा जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया है और अब आप उन्हें राष्ट्रविरोधी कह रहे हैं। जो लोग उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं वे वास्तव में देशद्रोही हैं।
- – शिरोमणी अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल ने कहा, ”किसानों के आंदोलन में कई बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल हैं। क्या वे खालिस्तानियों की तरह दिखती हैं? यह देश के किसानों को एक तरह से एंटी-नेशनल बुलाने का तरीका है। उनकी हिम्मत कैसे हुई किसानों को एंटी-नेशनल बुलाने की।
- – किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा कि कृषि कानूनों में संशोधन से बात बनने वाली नहीं है, कृषि कानून रद्द करने के अलावा कोई और चारा नहीं है।
- – पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने भारत सरकार पर किसानों के साथ विश्वासघात का आरोप लगाते हुए पद्म विभूषण लौटा दिया है।
- – पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों और केंद्र के बीच बातचीत चल रही है और मेरे पास इस मसले को हल करने के लिए कुछ भी नहीं है। मैंने गृह मंत्री के साथ बैठक में अपना विरोध दोहराया और उनसे इस मुद्दे को हल करने का अनुरोध किया है क्योंकि यह मेरे राज्य की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित करता है।
- – पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मानसा और मोगा के दो किसान के परिवों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है, जिनकी कृषि कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान मृत्यु हो गई।
- – बैठक शुरू होने से पहले कृषि मंत्री ने किसान नेताओं का हाथ जोड़कर किया स्वागत
- – दिल्ली: कृषि कानूनों पर किसान नेताओं से बात करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विज्ञान भवन पहुंचे
- – किसानों से बातचीत से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार लगातार किसानों के साथ मुद्दों पर चर्चा कर रही है। आज वार्ता का चौथा दौर है और मैं सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कर रहा हूं।
- – आप कानून रद्द करवाना चाहते हैं या उनमें संशोधन” सवाल पूछे जाने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आज बात बनेगी। सभी काम होंगे, आज कानून वापसी होगी और किसान भी अपने घर जाएगा। अभी चलकर सरकार से बात करेंगे।