कांग्रेस ने भी सीट बरकरार रखने के लिए शुरू की रायशुमारी
कायथा, अग्निपथ। मध्य प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग ने देश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की समस्त तैयारियां लगभग पूरी कर ली है। माना जा रहा है कि शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिला पंचायत अध्यक्ष पदों का आरक्षण हो जाएगा। 15 नवंबर को भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के बाद सरकार कभी भी पंचायत चुनाव का ऐलान कर सकती है।
पंचायत चुनाव की सरगर्मी को देखते हुए राजनीतिक दलों ने भी इसकी तैयारियां शुरू कर दी है, कायथा क्षेत्र में जिला पंचायत का वार्ड का आरक्षण पूर्व की भांति पिछड़ा महिला, जनपद वार्ड सामान्य पुरुष और सरपंच का सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है। चुनाव आरक्षण प्रक्रिया से संपन्न होंगे।
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस जहां जिला पंचायत और जनपद के लिए अपने अपने अधिकृत प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी वहीं सरपंच के लिए फ्री फॉर ऑल की स्थिति रहेगी। वर्तमान में कायथा क्षेत्र के जिला और जनपद वार्ड पर कांग्रेस का कब्जा है। इसलिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी इस बार पूरे दम से जिला और जनपद पर वार्ड पर कब्जे का कोशिश करेगी। इसके लिए उसने जमीनी स्तर पर तैयारियां शुरू करते हुए जिताऊ उम्मीदवारों की खोज शुरू कर दी है।
वहीं कांग्रेस ने भी इन दोनों वार्ड के लिए अपने प्रत्याशी के लिए रायशुमारी शुरू कर दी है। उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर में चुनाव संपन्न होने के बाद गांवों को अपनी सरकार मिल जाएगी।
एक साल से टल रहे चुनाव
मध्यप्रदेश में पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल को समाप्त हुए 1 साल से ज्यादा समय बीत चुका है। लेकिन पहले कोरोना कि दो बार लहर और उसी बीच मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के कारण यह चुनाव लगातार टलते रहे हैं। लेकिन अब माना जा रहा है कि 15 नवंबर के बाद कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 3 चरणों में होने जा रहे हैं जो कि संभवत: दिसंबर में होंगे।