हमीदिया हॉस्पिटल में आगजनी से बच्चों की मौत के बाद जागा देवास जिला प्रशासन, कलेक्टर ने दिये निर्देश
देवास, अग्निपथ। जिले के सभी निजी अस्पतालों में अग्निशमन सिस्टम लगाना जरूरी होगा। अस्पताल प्रबंधन इन उपकरणों को लगवाकर नगर निगम से एनओसी प्राप्त कर लें। जब तक ये उपकरण नहीं लग जाते तब तक निजी अस्पताल नए मरीज भर्ती नहीं करें।
यह हिदायत कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ल ने शुक्रवार को अस्पताल संचालकों को दी। भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल परिसर में आगजनी से 4 बच्चों की मौत के बाद देवास जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला की अध्यक्षता में प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम की बैठक कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में हुई।
बैठक में नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान, सीएमएचओ डॉ. एमपी शर्मा सहित प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम संचालक उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि एक सप्ताह के अंदर देवास जिले के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में फायर सिस्टम लगाये, जिससे किसी भी प्रकार की आगजनी घटना नहीं हो। जब तक प्राईवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में फायर सिस्टम नहीं लगा लेते, तब तक कोई नया पेशेंट भर्ती न करें।
कलेक्टर शुक्ला ने नगर निगम को निर्देश दिये कि नगर निगम टीम प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम की बिल्डिंग को चेक करें, यदि कोई बिल्डिंग जर्जर हालत में है तो तत्काल कार्यवाही करे। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी हॉस्पिटल और नर्सिंग होम में जाकर निरीक्षण करें। वहां जाकर फायर सिस्टम के अलावा भी ऑक्सीजन एवं अन्य सुविधाओं को देखे और रिपोर्ट भेजे।
जिले के प्राइवेट नर्सिंग होम एवं अस्पतालों का सतत निरीक्षण किया जाएगा। अव्यवस्था पाए जाने पर अस्पताल पर कार्रवाई की जाएगी।