माधोपुरा में 25 वर्षों से गंदगी व कीचड़ की समस्या से परेशान रहवासी
रूनिजा (बडऩगर), अग्निपथ। बडऩगर तहसील की माधवपुरा पंचायत सन 1995 से अस्तित्व में आई थी। तब से आज तक इस पंचायत में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। पंचायत का यह गांव भौगोलिक दृष्टि से तीन हिस्सों में बंटा होने के साथ शासन प्रशासन की लापरवाही से इसका चौमुखी विकास नहीं हो पा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों तक गुहार लगाने के बावजूद भी यह पंचायत कीचड़ और गंदगी की समस्या से मुक्त नहीं हो सका है। अब लोगों को सांसद से आस है कि वे इस वर्षों पुरानी समस्या से निजात दिलाएंगे।
गांव में बदहाली का आलम यह है कि किसी भी गली मोहल्ले या मुख्य मार्ग या पंचायत भवन के सामने चले जाओ कीचड़ व गंदगी फैली रहती है। ऐसा नहीं है की शासन द्वारा इस गांव के विकास के लिए राशि नहीं दी गई। परन्तु शासन द्वारा दी गई राशि का सदुपयोग पंचायत द्वारा नहीं होने से एवं अधिकारियों की अनदेखी के चलते विकास कार्य व्यवस्थित नहीं करवाये। उपयंत्रियों के मार्गदर्शन में जो निर्माण कार्य हुए किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया।
उक्त समस्याओं को लेकर माधोपुरा के स्थानीय युवाओं द्वारा कई बार शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करवाया। लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ। उक्त समस्या को लेकर माधोपुर के सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप नागर ने जिले के अधिकारियों तक को समस्या बताई लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकला।
कागजी कार्रवाई में देरी से बजट में नहीं शामिल
इसी समस्या को देखते हुए गत दिवस सांसद अनिल फिरोजिया से फोन पर चर्चा कर गांव की समस्या को देखने हेतु आमंत्रित किया था जिसको लेकर सांसद फिरोजिया के गजनीखेड़ी प्रवास के दौरान दिलीप नागर, राजाराम नागर, तेजराम नागर, सूरज नागर, गोपाल नागर, शांतिलाल, आजाद नगर ने माधवपुरा के कीचड़ व गन्दगी की समस्या को बताया व निरीक्षण करने का निवेदन किया।
तब सांसद ने निरीक्षण के दौरान समस्या को गम्भीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि गत वर्ष लोक निर्माण विभाग द्वारा ग्राम माधवपुरा से रूनिजा एवं ग्राम माधवपुरा से भेरूजी, माताजी मंदिर को होते हुए कारोदा मार्ग को विधानसभा बजट 2021-22 में जोड़ा जाना था परंतु यह सडक़ कागजी कार्यवाही में देरी के कारण जुड़ नहीं पायी। सांसद ने लोक निर्माण विभाग उज्जैन के कार्यपालन यंत्री पटेल से चर्चा कर दोनों सडक़ों को बजट 2022-23 में जोडऩे हेतु समुचित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया। अब सांसद से उम्मीद है कि वे ग्राम वासियों को इस समस्या से मुक्ति दिलाएंगे।