नगर निगम ने निकाला टेंडर, दो बार पहले भी विफल हुए प्रयास
उज्जैन, अग्निपथ। मक्सीरोड़ पंवासा में स्थित चकोर पार्क को नगर निगम ने 10 साल के लिए निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की है। निजी फर्म यहां की देखरेख करने के साथ ही पार्क में आने वाले नागरिकों से शुल्क वसूली कर सकेगी, इसके अलावा परिसर के भीतर खान-पान आदि की स्टाल लगाकर भी आय अर्जित कर सकेगी। इससे पहले भी नगर निगम ने दो बार चकोर पार्क को लीज पर देने के लिए प्रयास किए थे लेकिन किसी फर्म ने इसमें रूची ही नहीं ली।
नगर निगम के उद्यान विभाग ने हाल ही में चकोर पार्क को 10 साल की अवधि के लिए लीज पर देने के लिए टेंडर निकाला है। 4 मई को इसकी प्री-बीड मीटिंग होगी। 19 मई को टेंडर खोले जाएंगे। नगर निगम ने शर्त रखी है कि टेंडर में शामिल होने वाली फर्म को 10 लाख रुपए डिपाजिट करना होंगे। टेंडर के बाद चकोर पार्क को ठेकेदार फर्म के सुपूर्द कर दिया जाएगा, निजी फर्म ही यहां का प्रबंधन और संचालन करेगी।
पिछले 3 साल से नगर निगम ही चकोर पार्क का प्रबंधन और संचालन कर रही है। पार्क में जाने वाले नागरिकों से नगर निगम द्वारा 15 रुपए प्रति व्यक्ति शुल्क लिया जाता है। पार्क पर हर महीने खर्च होने वाली रकम के मुकाबले यहां से होने वाली आय बहुत ही कम है और यह पार्क नगर निगम के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है, यहीं वजह है कि इसे निजी फर्म को सौंपा जा रहा है।
3 साल पहले खर्च किए थे 5 करोड़
चकोर पार्क उज्जैन का पुराना पार्क है। 2017 में नगर निगम बोर्ड ने अमृत मिशन के तहत इसके कायाकल्प की योजना तैयार की थी। लगभग 5 करोड़ रूपए खर्च कर चकोर पार्क में म्यूजिकल फाउंटेन, सुनियोजित प्लांटेशन, आकर्षक लाइटिंग, सेल्फी प्वाइंट व मनोरंजन के साधन, ओपन जिम उपकरण आदि लगाए थे। अप्रैल 2019 में इसका लोकार्पण किया गया। कुछ महीनों तक ही इसका ठीक तरह से संचालन हो सका। कोविड की वजह से पार्क लंबे वक्त तक बंद रहा।