अंतरप्रांतीय स्तर पर करते थे वारदात, सूरत-अहमदाबाद में लगाते थे ठिकाने
उज्जैन, अग्निपथ। आयशर और ट्रक चोरी की वारदातों में शामिल हरियाणा-राजस्थान की गैंग के दो बदमाशों को बडऩगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों की निशानदेही पर 14 आयशर बरामद की गई है। गैंग के कुछ सदस्य फरार है। जिनकी तलाश की जा रही है।
एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि बडऩगर से 14 जून को प्रवीण पिता ओमप्रकाश राठौर निवासी बदनावर का डंपर चोरी होने का प्रकरण बडऩगर थाना पुलिस ने दर्ज किया था। जांच के दौरान फुटेज खंगाले गए जिसमें डंपर के आगे ब्रेजा कार चलती हुई दिखाई दी। कार की जानकारी प्राप्त करने पर सामने आया कि वह मेवात (राजस्थान) के नाम पर दर्ज है। संदेह के आधार पर कार की तलाश करने पर अहमदाबाद में होना सामने आई।
एएसपी आकाश भूरिया और एसडीओपी रविन्द्र बोयत के निर्देशन में बडऩगर थाना प्रभारी मनीष मिश्र की टीम को रवाना किया गया। जहां से संदेही व्यक्ति को हिरासत में लेकर उसके साथी को पकड़ा गया। दोनों की निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों पर खड़ी 14 आयशर बरामद कर लाई गई है। जिसकी कीमत 2 करोड़ 80 लाख रुपए होना सामने आई है। मेवात गैंग के कुछ सदस्य फरार है। जिनका पता लगाया जा रहा है।
मुख्य सरगना 7 दिनों की रिमांड पर
आयशर चोरी का मुख्य सरगना सलीम खान होना सामने आया है। उसका साथी नवीन उर्फ मुल्ला है। दोनों को गुरुवार दोपहर न्यायालय में पेश कर सलीम को 7 दिनों की रिमांड पर लिया गया है। नवीन को जेल भेजा गया। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि सलीम ब्रेजा कार में 2-3 साथियों के साथ अहमदाबाद से इंदौर, उज्जैन और आसपास जिलों के लिये रवाना होते है। जहां भी आयशर, मिनी ट्रक खड़ा मिलता था, मास्टर-की से लॉक खोल चुराकर अहमदाबाद रिंगरोड की किसी भी पार्किंग में खड़ा कर देते थे।
दूसरी गैंग लगाती थी ठिकाने
सलीम द्वारा पार्किंग में खड़ा ट्रक गैंग के दूसरे सदस्य आयशर को लेकर निकल जाते थे और खुद के बनाये गैरेज में ले जाकर रंग-रोगन बदलकर कायाकल्प कर देते थे। नंबर प्लेट बदल दी जाती थी। उसके बाद ऐसे ग्राहक तलाशते थे, जो एकमुश्त पैसा नहीं दे पाता था। उससे आधी राशि लेने के बाद शेष राशि देने पर नाम ट्रांसफर की बात कहीं जाती थी। 18 से 20 लाख की आयशर का सौदा 7 से 8 लाख में कर दिया जाता था।
उत्तर प्रदेश में पकड़ी जा चुकी है गैंग
पुलिस के अनुसार गैंग मध्यप्रदेश में सालभर से वारदात कर रही है। उससे पहले गैंग हरियाणा, दिल्ली एनसीआर में वारदातों को अंजाम देती थी। उसी दौरान उत्तरप्रदेश के खुर्जा थाना पुलिस ने कुछ सदस्यों को पकड़ लिया था, उसके बाद वारदात का ठिकाना बदल दिया गया। म.प्र. से अब तक 22 वाहन चोरी कर चुके है। गिरफ्त में आये 2 बदमाशों से मिली 14 आयशर में से 2 बडऩगर, 1 उज्जैन और 4 इंदौर से चुराई गई है। 7 अन्य की जानकारी जुटाई जा रही है।
इनकी रही भूमिका
अंतरराष्ट्रीय वाहन चोरों को पकडऩे में थाना प्रभारी मनीष मिश्र, एसआई सुरेन्द्र गरवाल, एएसआई शैतानसिंह डिंडोरे, मानसिंह वास्कले, प्रधान आरक्षक प्रभुलाल मुनिया, मुकेश मीणा, आरक्षक महेश मोर्य, मोतीलाल वर्मा, अशोक चौहान, हरिश चौहान, नितेश रायकवार, रुपेश पर्ले और मुकेश नागर की भूमिका रही। जिन्हे आईजी द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।