ग्रामीण आदिवासी सहित नागरिक हो रहे परेशान
झाबुआ, अग्निपथ। झाबुआ मे चल रहे आधार पंजीकरण के नाम पर गरीबों की जेब मे डाला जा रहा है डाका वही दलालों के माध्यम से आधार पंजीकरण को लेकर जमकर लूट-घसोट की जा रही है। किस तरह आधार बनवाने आए लोगो के आधार पंजीकरण के नाम पर जमकर धन उगाही की जा रही है।
आधार पंजीकरण को लेकर दिन-भर बैंक परिसर मे धक्का-मुक्की का माहौल बना रहता है। झाबुआ मे आधार कार्ड पंजीकरण कराने आए लोगों से जमकर अवैध वसूली ही नही उनका शोषण व अभ्रद्ध व्यवहार भी किया जा रहा है। इस और किसी भी जिम्मेदार अधिकारी का कोई ध्यान नहीं है। तथा आधार ऑपरेटर द्धारा पंजीकरण कराने के उपरांत 300 से 500 रूपये तक की वसूली देखी जा सकती है। वही सोशल मीडिया पर अबैध धन उगाही की विडियों भी वायरल हो रही है।
विगत दिनों विद्यालय खुलने के उपरांत स्कूली बच्चों को आधार पंजीकरण की आवश्यकता पड रही है। जिसको देखते हुए अभिभावक आधार का फॉर्म व अपने बच्चों को लेकर जब झाबुआ स्कूलो, बैंको, पोस्ट आफिस मे पहुंचते है, तो वहां मौजूद आधार ऑपरेटर द्धारा ये कहकर टल्ला दिया जाता है कि फॉर्म सही नही भरा । तुम्हे दुबारा फॉर्म भरकर देना होगा। काफी मिन्नते करने के बाद भी उपरोक्त आधार ऑपरेटर अभिभावकों के साथ अभ्रद्ध व्यवहार भी करता है।
वही फॉर्म बैंक परिसर के पास इर्द-गिर्द बैठे दलालों द्धारा अभिभावकों से आधार पंजीकरण के नाम पर मोटी रकम की वसूली करते है। तथा वही अभिभावकों द्धारा दलालों को दिए गए फॉर्म आधार ऑपरेटर द्धारा सही बता दिया जाता है ।चर्चा है कि आधार ऑपरेटर द्धारा इन्ही दलालों के माध्यम मोटी रकम भी वसूल रहा है। यूआईडीएआई द्धारा जारी दिशा-निर्देशों को भी आधार ऑपरेटर द्वारा हवा मे उडाया जा रहा है। क्योकि यूआईडीएआई द्वारा आधार पंजीकरण नि:शुल्क किया जा रहा है।
यहां बैंक परिसर मे यूआईडीएआई के दिशा-निर्देश भी दम तौडते नजर आ रहे है। जब कोई भी व्यक्ति अपना आधार बनवाने आता है। तो उस व्यक्ति से रूपये ऐंठकर आधार पंजीकरण की स्लिप जिसमे यूआईडीएआई द्धारा लिखे नियमों व नि:शुल्क रूपये के बारे मे भी लिखा होता, वह स्लिप बीच मे से फाडकर आधार पंजीकरणदाता को दे दी जाती है। ताकि पंजीकरण कराने आए लोगो को यूआईडीएआई द्धारा जारी गाईड लाईन का पता न चल सके। इसी का फायदा उठाकर गरीबों की जेब मे डाका डालकर आधार पंजीकरण किए जा रहे है। जिसकी बजह से क्षेत्र की जनता भी त्राहि-त्राहि मची हुई है ।
बैंक परिसर मे आधार पंजीकरण के नाम पर हो रही खानापूर्ति की फूटेज भी सीसीटीबी मे दिन भर कैद होती है। ऐसा ही मामला ग्राम फुलधावडी के गाँव से अपनी बेटी का आधार कार्ड पंजीकरण कराने के लिए पहुंचा तो , उससे आधार ऑपरेटर ने आधार पंजीकरण के नाम कार्ड के नाम पर 300 रूपये की वसूली दलाल द्वारा की गई। जिसका आज तक आधार कार्ड भी नही बना और जब बच्ची के पिता आधार की स्लिप लेकर बैंक परिसर पहुंचा तो उसे वहां से जबाब मिलता है कि उनकी बच्ची का आधार कार्ड रिजेक्ट हो गया है,वह दुबारा बनेगा । दुबारा पैसे भी देने होंगे।
ऐसे कई मामले है। जिसकी फूटेज बैंक परिसर मे लगे सीसीटीवी मे देखी जा सकती है। कभी-कभी तो आधार पंजीकरण कराने आए लोगो के साथ जमकर कहासूनी भी होती है। तथा बैंक परिसर आए दिन अफरा-तफरा का माहौल बना रहता है। बैंक परिसर मे आधार ऑपरेटर द्वारा आधार पंजीकरण के नाम की जा रही अबैध वसूली को लेकर क्षेत्र की जनता मे काफी रोष व्याप्त है। क्या इसी तरह आधार पंजीकरण के नाम पर हो रही अबैध धन उगाही से आखिर भोली-भांलि जनता को कब तक लूटा जाएगा।
ज्ञातव्य है कि पूरे अंचल में आधार कार्ड बनाने के लिये स्थानीय पोस्ट आफीस में सुबह 5 बजे से ही आधार कार्ड बनाने के लिये गा्रमीणों सहित लोगों की लाईन लग जाती है । दन्हे आधार कार्ड बनवाने के लिये टोकन देने के बाद भी उनके आधार कार्ड नही बन पा रहे है । बच्चों के स्कूलों में प्रवेश के लिये आधारकार्ड की अनिवार्यता के चलते निर्देशों के बाद भी बच्चों के आधार कार्ड जो निशुल्क बनना चाहिये पही बन पारहे है । आधार बनाने में गाईड लाईन को भी धत्ता बताया जारहा है । और बच्चों के आधार कार्ड बनाने के नाम पर 200 रुपये वसूले जारहे हैं।
आधार कार्ड के लिये सूदुर अंचलेा से आने वाले गरीब आदिवासी लोग भटक रहे हैं और झाबुआ में निजी दुकानों पर कोई साइन कराने का 200 रुपये तो कोई 150 रुपये तो कोई तीन सैो रूपये धडल्ले से वसूलरहे है । कहीं कहीं तो चार सौ रुपये लेकर भी आधार पंजीकरण के नाम पर वसुल रहे है । और प्रशासन के संज्ञान में यह बात क्यों नही आई यह आश्चर्य का विषय है । जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे हे । शिक्षा विभाग बडे बडे दावे कर रहा है कि स्कूलों में आधार कार्ड बनाये जारहे है । किन्तु वास्तविकता इससे कोसो दूर दिखाई देती है ।
इसी तरह प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार आयुष्मान भारत कार्ड भी समयसीमा में बना कर दिये जाना है । जिले में निर्वाचन प्रक्रिया के चलते इस कार्य में शिथिलता जरूर आइ्र थी किन्तु अब निर्वाचन कार्य करीब करीब पूरे हो चुके है, ऐसे में आयुष्यमानभारत योजना के अन्तर्गत कार्ड बनाने में बहुत बडी धांधली इंगित हो रही है तथा ये कार्ड भी बिना लिये दिये नही पा रहे है । ऐसे में शासन प्रशासन को इस बारे में भी संज्ञान लिये जाने तथा कार्रवाही करनेकी दरकार है ।