दैनिक अग्निपथ की खबर से जागा पुलिस प्रशासन, सुबह से लेकर शाम तक कभी भीड़ बढ़ती तो कभी कम होती रही, लड्डू प्रसादी 2 की जगह 5 पैकेट देने से किल्लत हुई
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में नव वर्ष के दूसरे दिन भी भीड़ का आवागमन बना रहा। सुबह से ही सर्वर डाउन होने के कारण लोग सेम डे बुकिंग करने से वंचित रहे। हालांकि उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद भीड़ बढऩे पर बिना मैसेज चैक किए फ्री फॉर ऑल व्यवस्था के तहत दर्शन कराए जाते रहे। दैनिक अग्निपथ की खबर का असर रहा कि पुलिस विभाग ने प्रवेश द्वारों पर शनिवार को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगाया था।
शनिवार को सुबह शंख द्वार पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। यहां पर पुलिस विभाग के आधा दर्जन से अधिक जवानों की डय़ूटी लगाई गई थी। दैनिक अग्निपथ ने अपने 1 जनवरी के अंक में इस बात को प्रमुखता से प्रकाशित किया था कि नववर्ष के पहले दिन शंख और वीआईपी गेट पर पुलिस विभाग ने अतिरिक्त पुलिस जवानों की ड्यूटी नहीं लगाई थी। इसी का असर रहा कि दूसरे दिन शनिवार को शंख द्वार और वीआईपी गेट पर बड़ी संख्या में जवानों को भीड़ नियंत्रण के लिए लगाया गया था।
शनिवार को भीड़ बढऩे पर उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद फ्री फॉर ऑल सुविधा के तहत सभी को बिना आनलाइन बुकिंग कराए प्रवेश दिया जाता रहा। भीड़ के खत्म होने पर पुन: मंदिर के कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी ऑनलाइन बुकिंग मैसेज और 250 रुपए शीघ्र दर्शन टिकट धारियों को ही दर्शन के लिए प्रवेश देते रहे। सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी के निर्देश के बावजूद फ्री फॉर ऑल व्यवस्था लगातार लागू नहीं की गई।
सुबह से ही मंदिर का सर्वर डाउन होने के चलते श्रद्धालु बुकिंग नहीं करवा पा रहे थे। वीआईपी प्रवेश द्वार पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन नहीं हुआ। सुबह से ही आम दिनों की भांति श्रद्धालु प्रोटोकाल और 250 रुपय टिकट से दर्शन करते रहे।
आज जागी सिक्थ सेंस
महाकालेश्वर मंदिर में नव वर्ष के पहले दिन लगभग 60 हजार से अधिक श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन को उमड़े थे। महाकालेश्वर मंदिर के आसपास मिनी कुंभ का नजारा बन गया था। मंदिर के कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने शंख द्वार और वीआईपी गेट पर लगातार सेवा देते हुए सुबह से लेकर रात तक सुगमता पूर्वक श्रद्धालुओं को दर्शन कराए। लेकिन इस दौरान पुलिस चौकी के एक दो जवान अपनी सेवा देते रहे लेकिन पुलिस विभाग ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात नहीं किया था। दैनिक अग्निपथ में खबर प्रकाशित होने के बाद शनिवार को पुलिस विभाग द्वारा शंख द्वार और वीआईपी गेट पर अतिरिक्त बल लगाया गया।
15 से 20 हजार श्रद्धालु पहुंचे
शनिवार को नववर्ष के दूसरे दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं का आगमन जारी रहा। कभी एकदम से प्रवेश द्वारों पर भीड़ बढ़ जाती तो कभी कम। ऐसे में मंदिर कर्मचारी और सुरक्षा कर्मी सहित पुलिस कर्मी लाइन को लगातार चलाते रहे। सुबह से लेकर रात तक करीब 15 से 20 हजार श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए। लाइन चलाने वाले मंदिर कर्मचारी कभी सुस्ताते तो कभी लगातार लाइन चलाते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन करवाते रहे।
सुबह 9 से शाम 6 बजे तक सर्वर डाउन
महाकालेश्वर मंदिर का सर्वर शनिवार सुबह 9 बजे से ही डाउन चलता रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा भस्म आरती काउंटर पर हो गया था। श्रद्धालु थक-हार कर काउंटर के सामने ही बैठ गए थे। शनिवार को उच्चाधिकारियों द्वारा पर्ची सिस्टम लागू नहीं करने के चलते श्रद्धालु लाइन लगाकर भस्मारती काउंटर के सामने परिवार सहित इंतजार करते रहे। हालांकि सर्वर कभी चालू होता तो कभी बंद। शाम को 6 बजे के लगभग सर्वर का ठीक तरह से चलना शुरू हुआ।
दो की जगह पांच पैकेट देते रहे
महाकालेश्वर मंदिर के सभी काउंटरों पर शनिवार को लड्डू प्रसादी की उपलब्धता कम देखी गई। काउंटरों पर श्रद्धालु खड़े होकर लड्डू प्रसादी आने का इंतजार करते रहे। काफी इंतजार करने के बाद उनको लड्डू प्रसादी उपलब्ध कराई गई। उच्च अधिकारियों द्वारा काउंटर कर्मियों को एक श्रद्धालु को दो पैकेट उपलब्ध कराने के निर्देश देने के बावजूद सभी काउंटर कर्मी एक श्रद्धालु को बड़ी संख्या में पैकेट विक्रय के लिए उपलब्ध कराते रहे। जिसके चलते काउंटरों पर शीघ्र ही लड्डू प्रसादी का स्टॉक समाप्त होता गया।