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नए साल में धार में कडक़ड़ाती ठंड और शीतलहर का सितम बढ़ा
धार, अग्निपथ। नए साल की शुरुआत के साथ ही ठंड ने भी जिले में दस्तक दे दी है। 31 दिसंबर की रात से ही ठंड ने तेवर दिखाना शुरू कर दिया। इस दौरान ठंड का प्रकोप रात से ज्यादा दिन में देखने को मिला। पिछले 5 दिन में अधिकतम तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होने से ठिठुरन बढ़ गई है। लोग ठंड से बचने के लिए दिन में भी अलाव के साथ ही गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। वहीं इस दौरान रात के तापमान में भी 3 डिग्री की कमी आई है।
सर्द हवाएं चलते ही मौसम का मिजाज अब बदलने लगा है। मंगलवार की रात सीजन की सबसे सर्द रात रही। जब तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं शीत लहर को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों का समय बदल दिया हैै। धार में दिन का तापमान गुरुवार को सामान्य से 7 डिग्री रहा और इस मौसम का पहला कोल्ड डे घोषित हुआ। बुधवार को दिन का तापमान 18.6 डिग्री सेेल्सियस रहा। इसी तरह गुरुवार को भी सुबह से शाम तक सूरज भगवान के दर्शन नही हुए व कोहरा छाया रहा और लोगों को ठिठुरने वाली ठंड सहन करनी पड़ी।
मौसम के मिजाज में जनवरी माह शुरू होते ही बदलाव आया है। हालांकि दिसंबर माह में ज्यादा ठंड नहीं रही, लेकिन दिसंबर के मुकाबले जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रात को बर्फीली हवाओ ने लोगों को रजाई में दुबकने को मजबूर कर दिया। रात 7 बजे शहर में सडक़े सूनी हो गई। अब तक उत्तर पूर्वी हवाएं चली, लेकिन बीते 24 घंटे में पूर्वी हवाएं अधिकतम 8 से 10 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। इससे मौसम ठंडा हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक दिन का तापमान 19.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है व न्यूनतम 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा है व सामान्य से 1 डिग्री बढ़ गया है।
शीतलहर जारी
मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। इस वजह से जनवरी के पहले सप्ताह में शीतलहर जारी है व जनवरी में पहला कोल्ड डे बुधवार को घोषित हुआ। इस माह आने वाले दिनों में कुछ और दिन भी कोल्ड डे हो सकते हैं। शीत लहर के कारण अनेक बीमारियों समस्याएं हो सकती है। इन समस्याओं से बचाव जरुरी है वही डॉक्टरों के सलाह के मुताबिक़ गर्म कपड़े पहने, नियमित रूप से गर्म वस्तुए खाते रहे, बाहर निकलते वक्त सावधानी बरतें।
पाले से फसलों को बचाने के उपाय
कृषि विभाग के वैज्ञानिक जी एस गठिया के अनुसार पाला पडऩे की संभावना होने पर किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वह रात्रि 10 बजे से पहले दिन में सिंचाई अवश्य करें। फसलों में सिंचाई रात्रि के दूसरे तथा तीसरे पहर में नहीं करें। पाला की आशंका होने पर फसलों तथा उद्यान की फसलों में घुलनशील गंधक 80 प्रतिशत डब्ल्यू पी का दो से ढाईअक्षर ग्राम मात्रा को प्रति लीटर की दर से पानी में घोल बना कर डेढ़ से दो सौ लीटर पानी में घोलकर फसलों के ऊपर प्रति एकड़ की दर से छिडक़ाव करें।
वही फसलों को होगा फायदा, नमी से उपज होगी बेहतर मौसम में आए बदलाव से रबी सीजन की सभी फसलों को फायदा होगा। गेहूं, चना, मक्का और गन्ना सहित सीजन की अन्य फसलों को सिंचाई की कम जरूरत होगी। कोहरा छाने और सूरज नहीं निकलने से खेतों में नमी बनी रहेगी, इससे उत्पादन में वृद्धि होगी। हालांकि बादल छाए रहने से इल्ली का प्रकोप बढऩे का डर है। इसके लिए कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को नियमित खेतों में जाकर फसलों की देखरेख करने की सलाह दी है।
नगरपालिक ने शहर में जलाए अलाव
वही प्रभारी सीएमओ अनुपम तिवारी ने बताया कि नगरपालिका ने मंगलवार से ही ठंड का असर बढ़ गया है। इसके चलते नगर पालिका ने मंगलवार रात से शहर के प्रमुख चौराहों पर अलाव जलाना शुरू कर दिया है। नगरपालिका के अफसरों ने मंगलवार और बुधवार रात अलाव की व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस दौरान घोडा चौपाटी, बस स्टैंड, रैनबसेरा और अन्य जगह व चौराहों पर अलाव जलाए गए
स्कूलों का समय बदला
स्कूलों का समय बदलने से तापमान में आई अचानक से हुई है जिसे ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे बच्चे, कंपकंपाते लौटे सबसे ज्यादा परेशान स्कूली बच्चे हुए। स्कूलों का समय गुरुवार से बदलने के कारण परेशान हुए लेकिन सुबह से ही सडक़ों पर कोहरा नजर आया। दिनभर बादल छाए रहने से सूरज के दर्शन नहीं हो पाए। धूप भी नहीं निकली।
बच्चे ठिठुरते स्कूल पहुंचे और छुट्टी होने के बाद दोपहर को भी कंपकपाते घर लौटे। मौसम विभाग के अनुसार पूरे प्रदेश में शीत लहर का असर है और तापमान 7.6 है। तापमान में आई गिरावट से लोगों को परेशानी हो रही है। इसके चलते सुरक्षा के साथ ही लोगों को बाहर निकलना चाहिए।
तापमान
1 जनवरी 22.1 9.2
2 जनवरी 21.7 9.3
3 जनवरी 19.9 7.9
4 जनवरी 18.6 7.7
5 जनवरी 19.3 7.6