कल ऑक्सीजन प्लांट की जांच होगी
उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मरीजों को देखते हुए एक बार फिर सर्तकता शुरू हो गई है। केंद्र शासन के निर्देश के बाद सोमवार को पूरे प्रदेश में एक साथ मॉकड्रिल कर अस्पतालों में तैयारी देखी। उज्जैन के माधव नगर सरकारी अस्पताल में सुबह डॉक्टरों की टीम ने कोविड संक्रमित मरीज के अस्पताल लाने से लेकर उसका उपचार शुरू करने तक की तैयारी की रिहर्सल की। यह मॉकड्रिल 10 और 11 अप्रैल को किए जाने के निर्देश दिए गए है।
कोरोना के हाल ही में आए केस के बाद पूरे प्रदेश में सतर्कता बढऩे लगी है। भारत सरकार की गाइडलाइन आने के बाद प्रदेश सरकार भी इस दिशा में दिशा निर्देश जारी कर सुरक्षात्मक कदम उठा रही है। सोमवार का दिन पूरे प्रदेश में एक साथ मॉकड्रिल कर तैयारी देखने के लिए तय किया गया था। उज्जैन के माधवनगर अस्पताल में अस्पताल प्रभारी डॉ. एचपी सोनानिया, डॉ.रौनल एलची, अस्पताल के मेडिसिन स्टोर प्रभारी के साथ नर्सिंग स्टाफ के मॉकड्रिल की गई।
इस दौरान एम्बूलेंस से मरीज के अस्पताल तक पहुंचने और आईसीयू में उपचार करने की प्रक्रिया, तैयारी वहीं स्टॉफ को भी आवश्यकता होने पर किस प्रकार तैयार रहना है, इसकी जानकारी दी गई।
माधवनगर में तैयार हैं 125 बेड
प्रभारी डॉ एचपी सोनानिया ने बताया कि मॉकड्रिल के माध्यम से अस्पताल की व्यवस्थाओं की तैयारी देखी गई है। मॉकड्रिल के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता,ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता, मानव संसाधन, पैरामेडिकल स्टॉफ,दवाईयों की उपलब्धता की तैयारी देखी गई। माधव नगर अस्पताल को कोविड हास्पिटल के रूप में चिंहित किया गया है।
माधव नगर में वर्तमान में 125 ऑक्सीजन बेड तैयार है। व्यवस्थाएं देखकर हम कह सकते है कि कोरोना संक्रमण बढ़ता है तो मरीजों को अस्पताल पहुंचाने से लेकर उपचार करने तक की सारी व्यवस्थाएं है। डॉ. सोनानिया ने कहा कि लोगों से यही कहा जा रहा है कि कोविड के किसी प्रकार के लक्षण दिखते हैं तो तत्काल इलाज शुरू करवाएं। शासन के निर्देश पर चरक अस्पताल में भी कोरोना को लेकर तैयारी की रिहर्सल की गई है। 11 अप्रैल को अधिकारी अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन व अन्य संसाधनों की रिहर्सल करेंगे।