जिला शिक्षा अधिकारी ने मंगवाई जानकारी
शाजापुर, अग्निपथ। जिले में निजी और शासकीय मिलाकर 1551 स्कूल में आपदा प्रबंधन के इंतजाम नहीं है। जिसमें सबसे जरूरी है फायर सेफ्टी एनओसी। यदि कहीं कोई मुसीबत आती है तो उसके लिए कैसे निपटा जाएगा और कौन इसकी जवाबदारी लेगा। बहरहाल जिला शिक्षा अधिकारी ने इसके लिए सभी स्कूलों को पत्र जारी कर जानकारी मंगवाई है।
जानकारी के अनुसार जिले में 865 शासकीय तथा 686 अशासकीय विद्यालय है। जहां फायर सेफ्टी एनओसी के साथ ही अपदा प्रबंधन और शाला सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाएं मानक अनुरूप नहीं है। जिसके चलते बच्चों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा जिले के सभी शासकीय एवं निजी उमावि व हाई स्कूल के प्राचार्यों को पत्र जारी करके शाला स्तर पर आपदा प्रबंधन एवं शाला सुरक्षा संबंधी त्रैमासिक जानकारी मांगी गई है।
इसमें 1 जनवरी से 31 मार्च 2023 तक की स्थिति के आधार पर जानकारी मांगी गई। इसके लिए सभी को प्रारूप दिया गया है। इस प्रारूप में ही सभी जानकारी मंगवाई गई है। जिसे भोपाल संचालनायल भेजा जाएगा।
इन बिंदुओं पर जानकारी
संचालनालय भोपाल द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों से उनके जिले के समस्त शासकीय एवं निजी विद्यालय की अलग-अलग 9 बिंदूओं में प्रपत्र पर जानकारी मांगी गई है। इसमें शाला प्रबंधन के प्लान को अंतिम रूप देने वाली शालाओं की संख्या, स्कूल सेफ्टी ऑडिट पूर्ण करने वाली शालाओं की संख्या, मॉकड्रिल गतिविधि करने वाली शालाएं, अग्निशमन यंत्र स्थापित करने वाली शाला, सुरक्षा के नियमों का पालन करने वाली शाला, भवन निर्माण मानक अनुरूप पूर्ण करने वाली शाला, नियमित रूप से आपदा प्रबंधन की तैयारी का प्रशिक्षण देने वाली शालाएं, आपदा प्रबंधन को पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाया जाने वाली शालाओं की संख्या मांगी गई है।
मामले में खास बात यह है कि जिले के स्कूलों द्वारा उक्त जानकारी अभी तक नहीं भेजी गई है। बताया जाता है कि विद्यालयों में उक्त मानक पूर्ण नहीं किए गए है। इसके चलते जानकारी अभी तक नहीं दी गई।\
सभी शालाओं से जानकारी मांगी गई है। यह भी प्रयास है कि अगले सत्र से सभी विद्यालयों में उक्त अति आवश्यक आपदा प्रबंधन और शाला सुरक्षा के समस्त तय मानकों को पालन किया जाए।
– विवेक दुबे, जिला शिक्षा अधिकारी-शाजापुर