क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगने वाले दो भाई राज्य साईबर सेल की गिरफ्त में
उज्जैन,अग्निपथ। राज्य साईबर सेल छत्तीसगढ़ से दो भाईयों को क्रिप्टो करंसी के नाम पर ठगी करने के केस में पकडक़र लाई और सोमवार को जेल भेज दिया। आरोप है कि सीए की पढ़ाई कर रहे मास्टर माईंड ने चचेरे भाई की मदद से क्रिप्टो करंसी के नाम पर नानाखेड़ा क्षेत्र के एक युवक को चार माह पहले दो लाख की चपत लगाई थी।
नानाखेड़ा स्थित सी 21 रेसिडेंसल कांपलेक्स निवासी गौरव लालवानी बाइनेंस एप पर क्रिप्टो करंसी यूएसडीटी क्वाईन खरीद रहा था। इसी दौरान उसका सेलर से संपर्क हुआ। लालवानी ने उसे दो लाख की क्रिप्टो करंसी का आर्डर देकर बताए अकाउंट में राशि ट्रांसफर कर दी। बाद में सेलर ने बताया कि जो क्रिस्टो करंसी सेंड करना थी वह ब्लाक हो गई। इसलिए आर्डर केंसल कर दे वह राशि लौटा रहा है।
लालवानी ने भरौसा कर बात मान ली,लेकिन फिर न क्रिस्टो आए और न रुपए वापस मिले। मजबूरन लालवानी ने मार्च २०२३ में राज्य साईबर सेल में शिकायत कर दी। साईबर टीम खोजबीन कर छत्तीसगढ़ के जय पिता जितेंद्र पोपट (२३) को पकड़ा। पता चला जय तो सिर्फ मोहरा है असल मास्टर माईंड उसका चचेरा भाई यश पिता राजेश पोपट निवासी मानेंद्र गढ़ है। टीम घेराबंदी कर उसे भी लाई और पूछताछ के बाद कुछ राशि बरामद करने के बाद सोमवार को उसे जेल भेज दिया।
कंपनी के लूप पोल से बनाई योजना
साईबर सेल के अनुसार आरोपी यश ने लालवानी को दो लाख के यूएसडीटी क्वाईन देने की जगह अन्य क्रिप्टो टेंडर के खाते में राशि ट्रँांसफर करवा कर अपने द्वारा बनवाए फर्जी क्रिप्टो बालेट में प्राप्त किए। उसने बाइनेस एप के लूप होल का प्रयोग ठगी में किया। ठगी के लिए वह चचेरे भाई जय से रायपूर नहरपारा क्षेत्र के लोगों दस्तावेज मंगवाकर क्रिप्टो वालेट बनाता था।
इस तरह उसने मात्र 1500 रुपए में लोगों से उनके आधार,पेन व ओटीपी लेकर करीलब ५० से अधिक मेल आईडी बना रखी थी। उसने बताया कि टेलीग्राम पर मात्र हजार रुपए में बैंक खाते,एटीएम कार्ड, बैंक से लिंक सिम कार्ड व साईन किए चेक बूक मिल जाते है।
कंपनी को किया था ब्लेकमेल
साईबर सेल निरीक्षक रीमा कुरील के अनुसार यश सीए कर क्रिप्टो फायनेशियल एडवाईजर बनना चाहता था,लेकिन २५ बिटकाईन बेटिंग में हारने के बाद पढ़ाई छोड़ स्कैमर बन गया। एब बार राशि हारने पर पर उसने सुसाईड नोट लिख बेटिंग वेबसाईड को मेल कर हर्जाना तक मांग लिया था। दोनो भाईयों को पकडऩे में एसआई अमित परिहार,एएसआई हरेंद्र पालसिंह राठौर,आरक्षक कमल सिंह बरकड़े की मु य भूमिका रही है।
क्रिप्टो में फ्राड से ऐसे रहे सावधान
- क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा हो सकता है।
- विश्वसनीय एप से ही क्रिप्टो करंसी का लेन-देन करे।
- क्रिस्टो में निवेश,ट्रेडिंग से पहले आरबीआई के क्रिप्टो से संबंधी नियम और क्रिप्टो करंसी वालेट के सुरक्षा चक्र को समझे।
- क्रिप्टो करंसी खरीदते-बेचते समय एप मे ंदिए निर्देश जरुर पढ़े।
- अपना आधार,पेन कार्ड,फोटो व वन टाईम पासवर्ड किसी को नहीं दे।
- किसी अनजान पर विश्वास न करे। क्रिस्टो में सोच समझकर निवेश करे।
- रिमांट एप जैसे टीम व्यूवर,एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट किसी के कहने पर इंस्टाल न करे।