समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसान परेशान
कायथा, अग्निपथ। क्षेत्र में समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं बेचने वाले किसान भुगतान नहीं होने से परेशान हैं। अपनी उपज को बेचे हुए लगभग एक माह बीत गया है लेकिन आज तक उपज का मूल्य नहीं मिलने से किसान समिति एवं खाद्य विभाग के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन नतीजा सिफर है।
सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की शुरुआत 20 मार्च से हो गई थी। जिसमें किसानों को 2275 रुपए एमएसपी एवं 125 रुपए बोनस की घोषणा की गई थी। ऐसे में किसानों द्वारा अपन नजदीकी उपार्जन केंद्रों पर फसल विक्रय की गई थी। उपज बेचने के बाद भुगतान के लिए किसान एक माह बाद तक तरस रहे हैं। इसको लेकर किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है।
किसानी की दुविधा यह है कि भुगतान जांच करवाने पर बताया जाता है कि आधार लिंक नहीं है लेकिन किसानों को गैस सब्सिडी एवं किसान सम्मान निधि आधार लिंक खातों में ही आ रही है। बावजूद फसल भुगतान की राशि नहीं आ रही है। वहीं कुछ किसान तो ऐसे भी हैं जिनका बगैर कोई कारण दिए सिर्फ भुगतान प्रक्रिया असफल दिख रहा है।
ऐसे में सैकड़ों किसानों द्वारा 181 पर शिकायत की गई लेकिन उस पर भी कोई उचित निराकरण नहीं हो पा रहा है।
किसान धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि 27 मार्च को फसल बेची थी। जिसमें समिति के लोन राशि आ गई लेकिन मुख्य राशि अब तक नहीं आई है। कारण जानने पर बताया गया कि आधार लिंक नहीं है। मैंने चेक किया आधार लिंक और डीबीटी दोनों है, उसके बावजूद भुगतान नहीं हुआ है।
एक अन्य किसान ईश्वरलाल ने बताया कि मेरा बिल 4 अप्रैल को बनाया गया था। आज दिनांक तक राशि नहीं आई है। कारण जानने पर बताया कि भुगतान प्रक्रिया असफल दिख रहा है।
किसान मंगल सिंह ने 27 मार्च को 231 क्विंटल गेहूं विक्रय किया था। जिसमें 1 लाख 80 हजार रुपए लोन की राशि आ गई। जिसमें समिति का पलटा हो गया लेकिन 3 लाख 74 हजार रुपए के करीब की राशि आज दिनांक तक नहीं आई है।
आधार एनपीसीआई लिंक अनिवार्य कर दिया गया है। किसानों का अगर भुगतान नहीं आया है तो आधार एनपीसीआई लिंक स्टेटस की जांच करवाएं। किसानों की भुगतान समस्या को दूर करने के लिए खाद्य निरीक्षक को निर्देशित किया है। – राजेश बोरासी, अनुविभागीय अधिकारी तराना