भट्टी की तरह तप रहा उज्जैन, 8 साल बाद तापमान 45 पर

दिन में तेज धूप से हाल-बेहाल तो रात में उमस से परेशानी, 27 मई से प्री मानसून एक्टिविटी तेज होने की संभावना

उज्जैन, अग्निपथ। शहर 23 मई गुरुवार को भट्टी की तरह तपा और 8 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। दिन का तापमान 45 डिग्री पर पहुंच गया। 15 मई 2015 के दिन भी यही तापमान रिकॉर्ड किया गया था। लगातार 5 दिन से पारा 42 डिग्री के पार है। 10 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ था।

इधर, 25 मई से नौतपा शुरू होने जा रहा है जो खूब तप सकता है। हीट वेव चलेगी। इसका अलर्ट जारी कर दिया है। हीट वेव का असर 28 मई तक रहेगा। उसके बाद राहत मिल सकती है। 27 मई से प्री मानसून एक्टिविटी तेज होने की फोरकास्टिंग की गई है। हालांकि विभाग का अनुमान है अगले तीन दिनों में इंदौर का तापमान 45 डिग्री से पार भी जा सकता है।

अगर ऐसा होता है तो मई 2024 दशक का सबसे गर्म मई होगा। इतनी गर्मी की वजह पश्चिम विक्षोभ का सही तरीके से सक्रिय नहीं होना बताया जा रहा है। शहर में गर्मी के हालात यह है कि सडक़ों में पैदल चलने वालों को धूप और तपन से बचने के लिए दुपट्टे और तौलिये का सहारा लेना पड़ रहा है। पारा 45 डिग्री पहुंचा है।

उज्जैन के मौसम का अपडेट

नौतपा से पहले ही 23 मई को दिन का तापमान 45 डिग्री पर पहुंच गया है। रात भी गर्म रहेंगी। रात का तापमान भी 30 डिग्री तक जा सकता है। अगले दो दिन गर्म हवाएं चलेंगी। 28 मई तक हीट वेव चलेगी। सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह सहित अन्य एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अभी एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। इसके साथ ही एक वेस्टर्न और टर्फ लाइन गुजर रही है।

पहले भी 45 डिग्री जा चुका है तापमान

जीवाजीराव वेधशाला उज्जैन अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि पिछले 14 साल में उज्जैन में मई में तापमान 46 डिग्री तक दर्ज हुआ था, यह रिकॉर्ड 21 मई 2010 को दर्ज किया गया था। 18 मई 2015 को 45 डिग्री रिकार्ड किया गया था। वहीं 16 मई 2016 को तापमान 45.5 डिग्री दर्ज किया गया था।

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