मेडिकल डिपार्टमेंट का सामान जायेगा माधव नगर और सर्जरी का चरक भवन
उज्जैन, अग्निपथ। शहर में मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है। शासन से इसकी स्वीकृति भी मिल गई है। जिला अस्पताल की बिल्डिंग को डिस्मेंटल किया जायेगा। इसके लिये सामान की शिफ्टिंग भी की जायेगी। सीएमएचओ और सिविल सर्जन ने इसका प्लान भी तैयार कर लिया है। चरणबद्ध तरीके से सामान की शिफ्टिंग की जायेगी। चरक और माधव नगर अस्पताल में इसका सामान शिफ्ट किया जाना है।
जिला अस्पताल में ही मेडिकल कॉलेज बनेगा। शासन ने इसकी स्वीकृति जारी कर दी है।
अस्पताल की 13.5 एकड़ अर्थात 54632.56 वर्ग मीटर में कई तरह की सुविधाओं से लैस 6 मंजिला चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण होगा, जिसमें 300 बिस्तरीय सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, गर्ल्स बॉयज होस्टल समेत कई सुविधाएं मिलेंगी। सिंहस्थ 2028 के पहले मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा। मप्र भवन विकास निगम द्वारा कंसेप्ट प्लान के तहत मेडिकल कॉलेज की जी प्लस 6 बिल्डिंग का निर्माण होगा। प्रमुख अभियंता भवन विकास निगम व अपर सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने स्वीकृति के साथ ही स्टेज वन की प्लानिंग जारी कर दी है। जिला अस्पताल की शिफ्टिंग से लेकर इसके पुराने भवनों को चरणबद्ध क्रम में तोड़े जाने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
सिविल और इलेक्ट्रिक के कार्य के बाद शिफ्टिंग
सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने बताया कि जिला अस्पताल के सामान को शिफ्ट करने से पहले योजना बनाकर चरक और माधव नगर अस्पताल में सिविल और इलेक्ट्रीक के काम करवाये जायेंगे। इसके बाद ही जिला अस्पताल के सामान और वार्डों को शिफ्ट किया जायेगा। चरक अस्पताल में दो मंजिल हैं, यहां पर आसानी से सर्जरी सहित अन्य डिपार्टमेंट शिफ्ट किये जा सकेंगे। माधव नगर अस्पताल में मेडिकल से संबंधित डिपार्टमेंटों को शिफ्ट किया जायेगा। चरणबद्ध तरीके से सामान की शिफ्टिंग की जायेगी। इसका पूरा प्लान बनाकर तैयार कर लिया गया है।