उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल रोपवे प्रोजेक्ट का काम निर्माण एजेंसी को तय समयानुसार अक्टूबर माह में मौके पर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए। बताया गया कि गणेश कॉलोनी के पास से रोपवे निर्माण प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाकाल लोक के फेज 1 के प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी द्वारा असेसमेंट कर उसे मंदिर समिति को हैंडओवर किया जाए।
कलेक्टर ने निर्देश दिये हैं कि महाकाल क्षेत्र में खासकर बड़ा गणेश मंदिर के आसपास, हरसिद्धि मंदिर क्षेत्र और बड़ा गणेश मंदिर के पीछे के मार्ग में चौबीस खंबा माता मंदिर तक अगर सडक़ पर अतिक्रमण दिखा तो जिम्मेदार कड़ी कार्रवाई के लिये तैयार रहें।
सोमवार को कलेक्टर नीरजकुमार सिंह ने अधिकारियों को यह निर्देश दिये हैं। उन्होंने निर्देश दिए गए कि महाराजवाड़ा से हरसिद्धि और बड़ा गणेश मंदिर से लेकर चौबीसखंबा तक अस्थाई अतिक्रमण न हो यह सुनिश्चित कराएं। मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में लगी टीम भी इसका खास ध्यान रखें।
प्रोजेक्ट को पूरा करने की अवधि दो साल यानी अक्टूबर 2026 निर्धारित हैं। महाकाल रोपवे रेलवे स्टेशन से त्रिवेणी संग्रहालय (महाकाल महालोक द्वार) होते हुए गणेश कॉलोनी तक बनाया जाएगा, जिसकी कुल लंबाई 1.76 किलोमीटर होगी। महाकाल रोपवे में 3 स्टेशन, 13 टावर और 48 केबिन स्थापित किए जाएंगे।
महाकालेश्वर के श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा उज्जैन रेलवे स्टेशन से श्री महाकालेश्वर मंदिर तक महाकाल रोपवे बनाने का अभूतपूर्व निर्णय लिया गया है।
रोपवे के प्रत्येक केबिन की बैठक क्षमता लगभग 10 व्यक्तियों की होगी और ट्रैवल टाइम लगभग 7 मिनट होगा। रोपवे में मोनोकेबल डिटैचेबल गोंडोला टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा। इंटीग्रेटेड रेस्क्यू सिस्टम और वर्टिकल रेस्क्यू सिस्टम रोपवे में रहेंगे। रोपवे की क्षमता लगभग 2000 यात्री प्रति दिशा प्रति घंटा होगी।
गौरतलब है कि महाकाल रोपवे प्रोजेक्ट में नोडल विभाग मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम, कंसल्टेंसी एजेंसी नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड और निर्माण एजेंसी एमएसइंफ्रा लिमिटेड को बनाया गया है।एमपीइंफ्रा लिमिटेड जिसे आवश्यक उपकरण ऑस्ट्रिया की डॉपेल मायर कंपनी द्वारा उपलब्ध कराएं जायेंगे।