छात्रों को समझाया, रोजमर्रा के जीवन में जल संरक्षण कैसे करें

रसायन एवं जैव रसायन अध्ययनशाला में विश्व जल दिवस का आयोजन

उज्जैन, अग्निपथ। विक्रम विश्वविद्यालय रसायन एवं जैव रसायन अध्ययनशाला में विश्व जल दिवस एवं राष्ट्रीय विज्ञान दिवस सप्ताह का समापन का समारोह विभागाध्यक्ष प्रो. उमा शर्मा के मार्गदर्शन एवं कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज के संरक्षण में मनाया गया।

स्वागत भाषण में प्रो. उमा शर्मा ने छात्रों को समझाया कि जल संरक्षण रोजमर्रा के जीवन में कैसे किया जाए। अतिथियों का परिचय डॉ. अंशुमाला वाणी और डॉ. कोमल शर्मा द्वारा किया गया।

मुख्य अतिथि डॉ. आनंद वर्धन, आर एंड डी हेड, श्रीनिवास फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड, उज्जैन ने अपने वक्तव्य में औद्योगिक उद्योगों से निकलने वाले मदर लिक्विड प्रदूषकों के नियंत्रण के उपाय के बारे में बताया तथा बारिश के पानी के संचयन के बारे में बताया और मंदिरों में से मिली फूल माला को पानी में नहीं डालना चाहिए इसके बारे में सचेत किया।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बिष्णु पद साहू सर, आर एंड डी हेड बार्लोकर प्राइवेट लिमिटेड, देवास ने अपने वक्तव्य में बताया कि कैसे जल संरक्षण हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है तथा औद्योगिक उद्योगों से निकलने वाले पानी की जीरो लिक्विड डिस्चार्ज पद्धती से पोधौ को पानी देने में किया जाना चाहिए और दैनिक जीवन-शैली में पानी के दुरुपयोग की रोकथाम के लिए बहुत सारे उपाय से पानी की बचत के बारे में अवगत कराया।

विश्व जल दिवस पोस्टर का विमोचन

कार्यक्रम में केमिकल संगठन एवं इको क्लब द्वारा निर्मित विश्व जल दिवस के पोस्टर का विमोचन भी अतिथियों तथा सभी शिक्षकों द्वारा किया गया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय विज्ञान दिवस सप्ताह समारोह के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे निबंध, क्विज, रंगोली, पोस्टर्स प्रतियोगिताएं एवं साइंटिफिक मॉडल में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को सर्टिफिकेट अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए।

कार्यक्रम का संचालन एमएससी की छात्रा कणर्नगी ठाकुर ने किया और आभार प्रदर्शन बीएससी ऑनर्स की छात्रा दर्शिता सिसोदिया द्रारा किया गया। कार्यक्रम में सभी शिक्षक गण, समस्त छात्र-छात्राओं, शोधार्थी उपस्थित रहे।

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