भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ्तार तो कम हो रही है, लेकिन उसके साथ नई मुसीबत ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) आ गई है। यह मुसीबत लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में एक महीने में ब्लैक फंगस के 1,044 संक्रमित मिल चुके हैं। इसमें से 5 मेडिकल कॉलेजों में 610 मरीजों का इलाज चल रहा है। शेष मरीज सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 30 हो चुकी है। देश में गुजरात, महाराष्ट्र के बाद तीसरा राज्य मध्य प्रदेश है, जहां 1 हजार से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं।
मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस को सरकार ने 22 मई को महामारी घोषित किया है। हालांकि इस बीमारी का इलाज मुफ्त में करने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही कर चुके हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और रीवा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को फ्री इलाज किया जा रहा है, लेकिन इंजेक्शन की कमी बनी हुई है। दूसरी तरफ वाइट फंगस का पहला मरीज जबलपुर में मिलने के बाद बाद सरकार की चिंता ज्यादा बढ़ गई है।
केंद्र के निर्देश- इंफेक्शन रोकने के लिए फौरन कदम उठाएं
ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखकर फंगस इंफेक्शन रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि वे इंफेक्शन रोकने और इससे बचाव के लिए अपनी तैयारियों का रिव्यू करें। साथ ही हॉस्पिटल्स में हाइजीन और सैनिटाइजेशन की भी समीक्षा करें।
कोरोना के इलाज के डेढ़ माह तक खतरा ज्यादा
एम्स के सीनियर न्यूरोसर्जन डॉ. पी शरत चंद्र का दावा है कि कोरोना के इलाज के डेढ़ महीने के अंदर मरीजों को ब्लैक फंगस का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसके संक्रमण के सबसे अहम कारणों में बेकाबू डायबिटीज, टोसिलिजुमैब के साथ स्टेरॉयड का इस्तेमाल, मरीजों का सप्लीमेंटल ऑक्सीजन लेना है। कोरोना के इलाज के 6 सप्ताह के दौरान यदि मरीज के साथ इनमें से एक भी मसला है तो उसे ब्लैक फंगस का सबसे ज्यादा खतरा होता है।
केंद्र से मांगे एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के 24 हजार डोज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन के 24 हजार वॉयल मध्यप्रदेश को आवंटित करने के लिए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख एल मंडाविया को पत्र लिखा है। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि इलाज में इस्तेमाल होने वाले एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का उत्पादन प्रति माह बढ़ाकर 3.80 लाख कर दिया है। सरकार इस माह के अंत तक 3 लाख वॉयल का आयात करेगी। अन्य देशों से भी टीके खरीदने की कोशिश की जा रही है।
ब्लैक फंगस के 100 से ज्यादा केस वाले 10 राज्य
गुजरात-5,000
महराष्ट्र-1500
मध्य प्रदेश-1044
आंध्र प्रदेश-910
राजस्थान-700
कर्नाटक-500
यूपी-300
बिहार-117
छत्तीसगढ-101