सोयाबीन में 1858 रुपए ज्यादा और पोषक में 175 रुपए ज्यादा दाम मिले किसानों को
उज्जैन। लॉकडाउन खुलने के साथ ही मंडी में आवक भी बढ़ गई है। सोमवार को सफेद सोयाबीन की 4845 बोरी आपक हुई। अधिकतम 9200 रुपए में बिका। यह सीजन में पहली बार इस दाम पर बिका है। यह माडल रेट 7342 रुपए के मुकाबले 1858 रुपए ज्यादा दाम पर बिका। वहीं 11672 बोरी की आवक हुई। इसमें 6440 बोरी गेहूं की रही। वहीं 387 बोरी चना बटला और राई की रही। जबकि 4845 बोरी सोयाबीन की आवक रही।
मंडी में लगातार आवक बढ़ रही है। व्यापारी और किसान लॉकडाउन का पालन करते हुए खरीद कर रहे हैं। सोमवार को लोकवन गेहू की 4635 बोरी आई। इसका अधिकतम दाम 2159 रहा। यह 134 रुपए ज्यादा रेट में बिका। शरबती गेहू की 55 बोरी आई, इसका अधिकतम दाम 2801 रुपए रहा। पूर्णा गेहूं की 784 बोरी की आवक रही, इसका अधितम भाव 2100 रुपए रहा। यह 118 रुपए ज्यादा दाम में बिका। गेहूं पोषण की आवक भी बढक़र 965 बोरी हो गई है। इसका अधिकतम दाम 2014 रुपए रहा। जो माडल रेट से 1865 रुपए से 175 रुपए ज्यादा दाम में बिका। चना काबली की आवक 278 बोरी हुई 8151 रुपए अधितकम रेट में बिका। यह 345 रुपए ज्यादा दाम पर बिका। चजना संकर की 100 बोरी की आवक हुई। अधिकतम रेट 4986 रुपए रहा। यह भी 226 रुपए ज्यादा दाम पर बिका। बटला की आठ बोरी और राई की एक बोरी आई।
फिर फॉर आल की तैयारी
बताया जाता है कि मंडी में आवक बढऩे और किसान और व्यापारियों के लॉकडाउन नियमों का पालन करने की वजह से फ्री फार आल की तैयारी की जा रही है। एक -दो दिन में इसकी घोषणा की जा सकती है। सोमवार को 300 किसानों को मंडी में उपज लेकर आने के एसएमस किए गए थे। जबकि मंगलवार को 252 किसानों को एसएमएस भेजे गए हैं।
इनका कहना है
उज्जैन कृषि उपज मंडी व्यापारी एसो. के अध्यक्ष मुकेश हरभजनका का कहना है कि अर्ली वैरायटी का सोयाबीन आने पर 9200 रुपए में बिका है। हालांकि ज्यादातर सोयाबीन के दाम 5000- 5500 रुपए के करीब रहे हैं। मंडी में सोयाबीन का न्यूनतम रेट 3100 रुपए भी रहा है।