आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज का 30 जून को सरकार से कांट्रेक्ट खत्म

ब्लैक फंगस के अभी तक 264 आपरेशन, कोरोना के 40 तो ब्लैक फंगस के 23 मरीज भर्ती

उज्जैन। प्रदेश सरकार का आरडी गार्डी मेडिकल कालेज से कांट्रेक्ट 30 जून को समाप्त हो रहा है। तय मियाद के बाद अब कोरोना के मरीजों को माधव नगर अस्पताल में और ब्लैक फंगस के मरीजों को जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती किया जाएगा। हालांकि अभी भी कॉलेज में कोराना और ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हैं, जिनका इलाज ठीक होने तक जारी रहेगा।

देश सहित प्रदेश में कोरोना के मरीजों का ग्राफ धीरे-धीरे कम हो गया है। कोरोना मरीजों की गिरती संख्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने अनुबंधित आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज का कांट्रेक्ट 30 जून को समाप्त करने का निर्णय लिया है। कॉलेज प्रबंधन को इसकी सूचना पहुंच चुकी है।

ऐसे में कोरोना और ब्लैक फंगस के वो मरीज जोकि आरडी गार्डी में भर्ती हैं, उनके परिजनों में इस बात को लेकर तनाव पैदा हो गया है कि कांट्रेक्ट समाप्ति के बाद कहीं उनके परिजनों को माधव नगर या जिला अस्पताल में रैफर न कर दें। फिलहाल कॉलेज में कोरोना संक्रमित 40 मरीज अपना इलाज करवा रहे हैं। वहीं ब्लैक फंगस के 21 मरीज पहले से ही भर्ती हैं। रविवार को दो और मरीजों को यहां पर भर्ती किया गया है।

264 ब्लैक फंगस मरीजों के आपरेशन

आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुधाकर वैद्य ने बताया कि कॉलेज की 14 सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम जिनमें आई, नोस सहित सभी विधाओं के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मेहनत कर शनिवार तक 264 मरीजों का आपरेशन सफलता पूर्वक किया है। ऐसे में आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भर्ती 23 मरीजों को भी ठीक होने तक यहीं पर इलाज दिया जाएगा। भले ही कांट्रेक्ट समाप्त हो जाए। इसी तरह से कोरोना के मरीजों का भी इलाज किया जाएगा। इनको अन्यत्र रैफर नहीं किया जाएगा। यदि इनकी स्थिति ठीक रहती है तो इस विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है।

तीसरी लहर की तैयारी

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। इससे निपटने के लिए आरडी गार्डी मेडिकल कालेज ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। कॉलेज में नया ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाया है। इससे अब 500 सिलेंडर ऑक्सीजन रोज बनाई जा सकेगी। प्लांट की कीमत 50 लाख रुपए है।

डॉ वैद्य ने बताया कि इससे पहले मार्च 21 में मेडिकल कॉलेज में इनॉक्स कंपनी का ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक स्थापित किया गया था। इसमें 10 मीट्रिक टन ऑक्सीजन स्टोर की जा सकती है। इसी प्लांट की मदद से कोरोना की दूसरी लहर में रोगियों को ठीक किया गया है।

30 जून को कांट्रेक्ट समाप्त होने के बाद भी कोरोना और ब्लैक् फंगस के उपचाररत मरीजों का इलाज किया जाएगा। अभी तक टीम ने रिकार्ड तोड़ 264 ब्लैक फंगस मरीजों के आपरेशन किए हैं। – डॉ. सुधाकर वैद्य, कोरोना नोडल अधिकारी

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