अस्पताल प्रशासन ने असामाजिक तत्वों के सक्रिय रहने के चलते लिया एक्शन, विधायक प्रतिनिधि से विवाद भी बताया जा रहा कारण
उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार की देरशाम को अस्पताल प्रशासन ने चरक अस्पताल में संचालित कैंटीन को सील कर दिया। इसके पीछे दो कारण सामने आ रहे हैं। पहला तो असामाजिक तत्वों का यहां पर सक्रिय होना और दूसरा विधायक प्रतिनिधि का कैंटीन संचालक से विवाद सामने आ रहा है। सिविल सर्जन ने बताया कि पुलिस विभाग की रिकमंड के बाद कैंटीन को केवल बाहर से बंद किया गया है। अंदर से कैंटीन चालू है।
सोमवार की देरशाम लगभग 8.&0 बजे सिविल सर्जन डॉ. पीएस वर्मा, डॉ. जितेन्द्र शर्मा सहित अन्य कर्मचारियों के साथ चरक अस्पताल की कैंटीन पहुंचे और इसको सील कर दिया। इसका कारण अस्पताल में असामाजिक तत्वों का यहां से सक्रिय होना सामने आया है। बताया जाता है चौपाटी के पीछे का गेट खुला होने के कारण यहां से असामाजिक तत्व सक्रिय होकर अस्पताल की संपत्ति को नुकसान पहुंच रहे थे। अस्पताल प्रशासन ने पीछे के गेट पर भी तालाबंदी कर दी है। पुलिस की रिकमंड के बाद यह तालाबंदी की गई है।
दूसरा कारण यह भी रहा
कैंटीन को सील करने का दूसरा कारण भी सामने आया है। बताया जाता है कि विधायक प्रतिनिधि का विवाद किसी बात को लेकर कैंटीन संचालक देवेन्द्र राय से हो गया था। जिसके चलते अस्पताल प्रशासन ने सील करने की कार्रवाई को अंजाम दिया।
इनका कहना
कैंटीन के केवल बाहर वाले शटर पर ताला लगाया गया है। अंदर के रास्ते से कैंटीन चालू है। पीछे के प्रवेश द्वार पर भी ताला लगाया गया है। – डॉ. पीएस वर्मा, सिविल सर्जन
क्वालिटी कंट्रोल टीम ने किया निरीक्षण
भोपाल से आई क्वालिटी कंट्रोल की चार सदस्यीय टीम ने सोमवार को चरक अस्पताल का निरीक्षण किया। टीम ने ओपीडी, चिल्ड्रन वार्ड, ब्लड बैंक आदि का निरीक्षण किया और यहां पर कार्यरत नर्सिंग स्टाफ से जवाब तलब किया। इसी तरह सिविल हास्पीटल की ओपीडी का भी निरीक्षण किया गया। आज भी टीम सिविल अस्पताल की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेगी।