विक्रम नगर उद्योगपुरी लोकार्पण: पीएम के वर्चुअल कार्यक्रम में लोग ही नहीं जुट पाए

सांसद ने डीएमआईसी के संचालक के सामने जताई आपत्ति

उज्जैन, अग्निपथ। डीएमआईसी विक्रम नगर उदद्योगपुरी का वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम केवल औपचारिक ही रहा। गिनती के लोग कार्यक्रम में पहुंचे। इस पर डीएमआईसी के कार्यकारी संचालक सामने सांसद अनिल फिरोजिया ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि उज्जैन के इतिहास में सबसे बड़े कार्यक्रम का प्रचार -प्रसार नहीं किया है। गिनती के लोग और गिनती के मीडियाकर्मी मौजूद है।

उज्जैन से बीस किलोमीटर दूर डीएमआईसी विक्रम नगर उद्योगपुरी के कार्यालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसका ज्यादातार शहर के लोगों को पता ही नहीं है। अधिक दूरी और जानकारी के अभाव में स्थानीय लोगों के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए थे।

जब सांसद अनिल फिरोजिया कार्यक्रम में पहुंचे और मंच पर बैठने पर कार्यक्रम की ज्यादातर कुर्सियां खाली दिखी तो उन्होंने डीएमआईसी के कार्यकारी संचालक राजेश राठौर के सामने आपत्ति लेते हुए कहा कि कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार नहीं किया गया है। इस वजह से कम लोग आए हैं। मीडिया को भी सही तरीके से बुलाया नहीं गया है इसलिए मात्र सात मीडियाकर्मी ही कार्यक्रम में पहुंचे हैं। इनमें से भी तीन मीडियाकर्मी को भाजपा नेताओं की गाडिय़ों में आए हैं।

मप्र सरकार की उज्जैन के लिए सबसे बड़ी सौगात की जानकारी लोगों को मिल ही नहीं पाई है। जबकि 11 हजार से ज्यादा लोगों को यहां लगने वाली फैक्ट्रियों में रोजगार मिलेगा। वे पश्चिम बंगाल से लीलन फैक्ट्री को लेकर उज्जैन आए हैं। कंपनी जमीन ले चुकी है। इसके अलावा पिछले दिनों बिड़ला से भी मिले थे। उन्होंने ग्रेसिम के विस्तार के लिए पांच हजार करोड़ के निवेश का जानकारी दी है। इसके अलावा उन्होंने उज्जैन में भी निवेश करने का आश्वासन दिया है। देश की सबसे बड़ी कर्नाटक बायोटेक आ चुकी है। इससे चीन से मुकाबला करने में देशी और आत्मनिर्भर तकनीक को बढ़ावा मिलेगा।

मालवीय विधायक नहीं बने और अफसरों को करने लगे निर्देशित

विक्रम नगर उद्योगपुरी का इलाका घुट्टिया विधानसभा के तहत आता है। इसलिए आयोजित कार्यक्रम में एकेवीएन के अफसरों को अभी प्रत्याशी होने के बाद बावजूद भी विधायक की तरह निर्देशित करने लगे थे। यहां तक की उनके कार्यक्रम में फेरबदल भी उन्होंने किया। इससे सभी अफसर आश्चर्य चकित रहे गए थे। सरकारी कार्यक्रम का संचालन भाजपा के नेता ने किया। जबकि एकेवीएन के अफसरों को करना था। इस दौरान कार्यकारी संचालक भी मंच पर बैठे देखते रहे।

मोदी ने उद्योगपुरी का लोकार्पण किया तो पांडाल में बजी तालियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्वालियर से डीएमआईसी विक्रम नगर उद्योगपुरी का वर्चुअल लोकार्पण किया तो उज्जैन में उद्योगपुरी के परिसर में लाइव कार्यक्रम देख रहे अफसरों और गिनती के चंद लोगों ने तालियां बजाकर खुशी जाहिर की। उल्लेखनीय है कि विक्रम उद्योगपुरी 1100 एकड़ में विकसित की गई है, जिसमें औद्योगिक प्रयोजन की 417.38 एकड़ में से 364 एकड़ भूमि आवंटित की जा चुकी है।

उद्योगपुरी में 4216 करोड़ का प्रस्तावित निवेश आना है। वर्तमान में दो हजार करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। इससे 11536 रोजगार का सृजन होगा। विक्रम उद्योगपुरी उज्जैन में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सारे कार्यों में सबसे सशक्त कार्य उद्योगपुरी का लोकार्पण है। रात्रि में उद्योगपुरी से जब गुजरते हैं, तब ऐसा लगता है कि हम एक नये उज्जैन में आ गये हैं।

सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि प्रधानमंत्री ने न केवल कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाया है। पहले चीन और अमेरिका से कच्चे माल के लिये हम निर्भर थे, लेकिन आज हम भारत में ही कच्चे माल का उत्पादन कर रहे हैं। उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क से लेकर टेक्सटाईल इण्डस्ट्री, लिनेन इण्डस्ट्री आई है। उन्होंने कहा कि वे खुद व्यक्तिगत रूप से उद्योगपतियों के स पर्क में हैं, जो उज्जैन में उद्योग लगाना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि बिड़ला इण्डस्ट्री ने उज्जैन में पांच हजार करोड़ की इण्डस्ट्री लगाने का वचन दिया है।

फिरोजिया ने कहा कि 2028 में सिंहस्थ के दौरान श्रद्धालु मेट्रो से आयेंगे। इसके पूर्व विवेक जोशी एवं बहादुर सिंह बोरमुंडला ने भी कार्यक्रम को स बोधित किया। विक्रम उद्योगपुरी में आयोजित कार्यक्रम में विधायक पारस जैन, पूर्व विधायक सतीश मालवीय, एकेवीएन के एसके जैन, एकेवीएन के अधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

4200 करोड़ का निवेश प्रस्तावित

कार्यकारी संचालक एमपीआईडीसी राजेश राठौर ने विक्रम उद्योगपुरी के कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विक्रम उद्योगपुरी क्षेत्र में भारत सरकार की रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय और औषध विभाग के सहयोग से मेडिकल डिवाइस पार्क भी विकसित किया जा रहा है। वर्तमान में कुल 39 इकाईयों की 363.87 हेक्टेयर भूमि औद्योगिक प्रयोजन हेतु आवंटित की जा चुकी है, जिसमें लगभग 4200 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। यहां पर प्रमुख रूप से पेप्सिको इंडिया, अमूल, आशीर्वाद पाईप्स, सिंबायोटिक लाईफ, कर्नाटक एंटीबायोटिक, यशोदा लिनेन एवं श्रीनिवास फार्मा प्रमुख हैं। इस औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना से बड़ी सं या में युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। साथ ही उज्जैन में उद्योगों का जाल बिछ जायेगा।

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