सूचना के अधिकार के तहत मांगी जानकारी के लिए जबरन रुपए मांगने का आरोप
उज्जैन, अग्निपथ। माधव कालेज के प्राचार्य ने सूचना के अधिकार के तहत अपने अफील अधिकारी के आदेश को नहीं मानने और नियम की आड़ में आवेदक को परेशान करने का मामला बढ़ता जा रहा है। अब इस मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग आवेदक द्वारा की गई है।
कांग्रेस नेता बबलू खींची ने सूचना के अधिकार के तहत आवेदन देकर माधव कालेज के प्राचार्य जेएन बरमैया पर आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने अपील अधिकारी के आदेश का उल्लंघन करते हुए उनसे सूचना के अधिकार के तहत जानकारी लेने के एवज में 548 रुपए जमा कराने का दबाव बनाया था। साथ ही उन्होंने समय पर जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई थी। इस पर खींची ने फिर से शिकायत करके परेशान करने और निशुल्क जानकारी देने के स्थान पर पैसे मांगने की शिकायत की थी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि अपीलीय अधिकारी के आदेश का भी प्राचार्य जेएन बरमैया ने उल्लंघन किया है। इससे सूचना के अधिकार अधिनियम की पालना भी नहीं हो रही है। इस मामले की जांच के लिए उच्च शिक्षा आयुक्त ने कन्या कालेज के प्राचार्य हेमंत गेहलोत को जांच के निर्देश दिए हैं। खींची ने अपने बयान दर्ज कराते हुए प्राचार्य बरमैया के खिलाफ बनाए दिए हैं।
माधव महाविद्यालय में संविधान दिवस पर बताई संविधान की बारीकियां
उज्जैन, अग्निपथ। शासकीय माधव महाविद्यालय में संविधान दिवस पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन महाविद्यालय की आई.क्यू.ए. सेल व आयोजन सचिव एन.सी.सी. अधिकारी कैप्टन डॉ. मोहन निमोले के नेतृत्व में हुआ।
कार्यक्रम के शुभारंभ में अतिथियों द्वारा संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की फ़ोटो पर माल्यार्पण कर दीप-प्रज्वलित किया गया। आयोजन सचिव डॉ. मोहन निमोले द्वारा अतिथि परिचय व कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में बताया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए माधव कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जवाहरलाल बरमैया ने कहा कि भारतीय संविधान सभी को समान अवसर प्रदान करता है। भारतीय संविधान लचीली प्रकृति का है। हमारे संविधान की आत्मा भारतीय है।
संविधान हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था का महत्वपूर्ण दस्तावेज है। एन.सी.सी. कैडेट्स, विद्यार्थियो एवं स्टाफ को डॉ. बरर्मैया द्वारा संविधान की उद्देश्यिका का वाचन कर शपथ दिलायी। कार्यशाला के प्रथम मुख्य वक्ता कैप्टन डॉ. कनिया मेड़ा द्वारा उद्बोधन देते हुए संविधान की बारीकियां के बारे में विस्तार से चर्चा कर भारतीय संविधान के निर्माण एवं विशेषताओ से अवगत कराया। द्वितीय मुख्य वक्ता डॉ नीरज सारवान ने कहा की भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा और प्रभावशाली लिखित संविधान है।
संविधान के कारण प्रत्येक नागरिक को संरक्षण प्राप्त है। संविधान के कारण सभी को स्वतंत्रता, सम्मान तथा समान अवसर प्राप्त हैं। भारतीय संविधान हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसमें संविधान सभा द्वारा गहन विचार विमर्श के बाद मौलिक अधिकार और कर्तव्यों को अंकित किया गया है। कार्यशाला में विशेष रूप से उपस्थित डॉ. जफऱ महमूद, डॉ. जी.एल. खागोड़े द्वारा भी विधार्थियो को संविधान दिवस की शुभकामनायें प्रदान कर मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यशाला में 10 म. प्र. बटालियन एन.सी.सी. के सूबेदार हीरा सिंह, हवलदार कुलविंदर सिंह, शोधार्थी दशरथ प्रसाद सहित 50 से अधिक एन.सी.सी. कैडेट्स एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन डॉ. जफऱ महमूद ने किया व आभार आयोजन सचिव कैप्टन डॉ. मोहन निमोले द्वारा किया गया।