टीडीएस सिटी डेवलपमेंट प्लान में 450 प्लॉट होंगे, टीएंडसीपी से लालपुर-विक्रमनगर योजना का ले-आउट स्वीकृत
उज्जैन, अग्निपथ। अब लालपुर-विक्रमनगर में यूडीए उज्जैन विकास प्राधिकरण की नई योजना आकार ले सकेगी। टीडीएस सिटी डेवलपमेंट प्लान में 450 प्लॉट तो 4 से 8 प्रतिशत व्यावसायिक क्षेत्र होगा। जहां पर आवासीय के साथ में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हो सकेगी। इसमें स्कूल-कॉलेज भी बनाए जा सकेंगे।
नई योजना का टीएंडसीपी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग से ले-आउट स्वीकृत हो गया है। भोपाल की कंसल्टेंट कंपनी ने इसका ले आउट तैयार किया है, जिसमें एमआईजी, एलआईजी व एचआईजी तथा ईडब्ल्यूएस श्रेणी के मकान-प्लॉट होंगे ताकि हर वर्ग का परिवार अपने बजट के तहत प्लॉट खरीद सके।
यूडीए की इस योजना से लालपुर क्षेत्र का तेजी से विकास होने लगा है और डेवलपमेंट के कार्य तेजी से होने लगे हैं। यहां पर एक नई आवासीय श्रृखंला की शुरूआत हो गई है। यूडीए ने सडक़ों के टेंडर कर दिए हैं, जिसमें सिटी डेवलपमेंट प्लान के तहत सडक़ों का निर्माण होगा।
12,18 व 30 मीटर चौड़ी सडक़ें बनाई जाएंगी, जो कि कृष्ण कुंज के पास से होकर निकलेगी। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। लैंड पुलिंग स्कीम में नवीन नगर विकास योजना-03 व 04 में किसानों से जमीन लेकर डेवलपमेंट किया जाएगा, जिसमें किसानों व जमीन मालिकों को डेवलप्ड प्लॉट दिए जाएंगे।
करीब 230 किसानों की जमीन आ रही
गुजरात की तर्ज पर बड़े प्लॉट पर शॉपिंग मॉल, शोरूम, होटल, स्कूल-कॉलेज आदि आ सकेंगे। यह आवासीय सह-व्यावसायिक योजना करीब 243 हेक्टेयर में होगी। इसमें क्षेत्र के करीब 230 किसानों की जमीन आ रही है, जिनसे जमीन यूडीए समझौते के तहत लेगा।
यूडीए की आवासीय सह-व्यावसायिक योजना विक्रमनगर से लेकर लालपुर तक होने से पूरा क्षेत्र विकसित हो सकेगा। लालपुर में नव-संवत कॉलेज व अक्षत इंटरनेशनल स्कूल का संचालन होने के साथ में कृष्ण कुंज, मंगल रेसीडेंसी आदि आवासीय प्रोजेक्ट आ चुके हैं।
ऐसे में लालपुर क्षेत्र शहर का अगला रेसीडेंशियल हब बनने के साथ ही व्यावसायिक रूप से भी डेवलप हो सकेगा। कृष्णकुंज के पीछे वाले भाग से होकर गांधीनगर तक यूडीए की आवासीय सह-व्यावसायिक योजना लाई जा रही है। इससे क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।