एक घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में व्यापारियों ने दिए सुझाव
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में ई मंडी की व्यवस्था शुरू कर दी गई है परंतु इसकी खामियों के चलते व्यापारियों ने इस पर काम करने से इनकार कर दिया उनका कहना है कि गड़बडिय़ों को दूर करें इसके बाद ही वह काम करने पर तैयार होंगे।
शनिवार शाम को मंडी प्रशासन ने मंडी प्रक्रिया में व्यापारियों को शामिल करने के लिए बैठक बुलाई थी। इस बैठक में अनाज तिलक संघ के अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल, सचिव हजारीलाल मालवीय, दिलीप गुप्ता, अनिल गर्ग सतीश रजवानी, गोविंद खंडेलवाल शैलेंद्र बुंदेला, अनिल अग्रवाल, अर्पित हरभजनका , राजेंद्र राठौर समेत 50 से ज्यादा व्यापारी पहुंचे थे।
बैठक में व्यापारियों ने कहा कि मंदी की पर्ची जो दी जा रही है वह अंग्रेजी में दी जा रही है कर्मचारी हम्माल और तुलावटियों को अंग्रेजी नहीं आती इससे गड़बड़ी हो रही है इसलिए सॉफ्टवेयर को हिंदी में अपडेट कराया जाए ।
इस पर डीएस प्रवीण वर्मा ने 1 मार्च के पहले सॉफ्टवेयर को अपडेट करने का आश्वासन दिया । अग्रवाल ने बताया कि जब सॉफ्टवेयर अपडेट हो जाएगा और सभी गड़बडिय़ां दूर हो जाएगी तो वह काम करने लगेंगे उन्हें एक अच्छी व्यवस्था में काम करने में कोई दिक्कत नहीं।
बैठक के दौरान व्यापारियों ने मंडी में अवैध रूप से खड़े ट्रक का मुद्दा उठाया व्यापारियों का कहना था की मंडी को कुछ लोगों ने पार्किग स्थल बना रखा है कई महीनो से यहां ट्रक खड़े हैं । इसकी आड़ में कई लोग मंडी में आए जाते हैं वह चोरी जैसी बाहर जाते होने लगती है। जीएस वर्मा ने सोमवार तक ट्रैफिक पुलिस से मिलकर इस समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया।
समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिये पंजीयन जारी
उज्जैन, अग्निपथ। रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन हेतु किसान पंजीयन के सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा विस्तृत निर्देश जारी किये हैं। उज्जैन जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिये गत 5 फरवरी से किसानों का पंजीयन शुरू हो चुका है और पंजीयन का कार्य पंजीयन केन्द्रों पर निरन्तर जारी है।
किसानों का पंजीयन करने के लिये जिले में 147 किसान पंजीयन केन्द्र निर्धारित हैं और इनमें किसानों के पंजीयन के साथ-साथ ई-उपार्जन पोर्टल पर 20 फरवरी से 10 मार्च तक चना, मसूर एवं सरसों का पंजीयन होगा। निर्धारित गेहूं पंजीयन केन्द्रों पर किसानों की सुविधा के लिये चना, मसूर एवं सरसों की फसलों का पंजीयन की कार्यवाही होगी।
जिला आपूर्ति नियंत्रक नुज़हत बानो बकाई ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उक्त निर्धारित पंजीयन केन्द्रों पर राजस्व अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में गठित अनुविभागीय उपार्जन समिति द्वारा किसान पंजीयन की विशेष मॉनीटरिंग एवं पर्यवेक्षण किया जा रहा है।