रतलाम, अग्निपथ। जिला चिकित्सालय में 24 घंटे चिकित्सा व्यवस्था सातों दिन उपलब्ध रहेगी। इसके तहत सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तथा शाम 5 से 6 बजे तक ओपीडी में सभी चिकित्सकों द्वारा मरीज का परीक्षण एवम उपचार किया जाएगा। वहीं तीन शिफ्टों में इमरजेंसी में डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
यह जानकारी सिविल सर्जन डॉ. एम.एस. सागर ने जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों एवं स्टाफ की बैठक में दी। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय में व्यवस्था के अनुसार आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था के दौरान चिकित्सकों द्वारा सेवाएं प्रदान की जाएगी। इमरजेंसी ड्यूटी के लिए चिकित्सकों की ड्यूटी तीन शिफ्ट में लगाई जाएगी।
एक शिफ्ट प्रात: 8 से दोपहर 2 बजे तक दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 से रात्रि 8 बजे और तीसरी शिफ्ट रात्रि 8 बजे से सुबह 8 तक रहेगी। जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी ड्यूटी के लिए चिकित्सकों की कमी होने की दशा में शहरी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सको को अथवा ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सकों की ड्यूटी जिला चिकित्सालय में लगाई जा सकेगी एवं आवश्यक होने की दशा में विशेषज्ञ चिकित्सकों की भी ड्यूटी जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी के लिए लगाई जा सकेगी।
2 दिन निरंतर अवकाश होने की दशा में दूसरे दिन ओपीडी सुबह 9 से 11 तक रहेगी। वहीं आंतरिक भर्ती मरीजों के संबंध में चिकित्सकों द्वारा दिन में दो बार राउंड लिया जाएगा। एक बार सुबह 9:30 बजे के पहले राउंड लेकर मरीज का परीक्षण किया जाएगा तथा एक बार शाम को भी राउंड लिया जाएगा। अस्पतालों में ओपीडी, आईपीडी, इमरजेंसी चिकित्सा सेवाएं, मातृ स्वास्थ्य सेवाएं, शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, आईसीयू, शल्य क्रिया चिकित्सा सेवाएं, पैथोलॉजी संबंधी सेवाएं, रेडियोलोजी सेवाएं, डायलिसिस सेवाएं एवं अन्य चिकित्सा सेवाओं के संबंध में प्राप्त निर्देशानुसार आमजन को सेवाएं प्रदान की जाएगी।
बैठक के पश्चात सिविल सर्जन डॉक्टर एम एस सागर ने जिला चिकित्सालय में विद्युत व्यवस्था संबंधी सुधारात्मक कार्रवाई कराई तथा अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये। बैठक के दौरान सिविल सर्जन सहित आरएमओ डॉक्टर अभिषेक अरोरा, अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।