आर्द्रता का प्रतिशत बढऩे से कूलर भी हो रहे फेल
उज्जैन अग्निपथ। भोपाल सहित कई जिलों में बारिश हो रही है, लेकिन उज्जैन सहित पूरा मालवांचल गर्मी और उमस से बेहाल हो रहा है। मौसम विभाग की फोरकास्टिंग भी सटीक साबित नहीं हो रही है। अब शहर के लोगों को बारिश का इंतजार है। यह कब तक पूरा होता है, यह तो भगवान ही जानें लेकिन लोगों को अपने दिन बिताना मुश्किलभरे हो रहे हैं।
इन दिनों पारा 38 डिग्री के पार चल रहा है। लेकिन तेज धूप निकलने और बादलों का जमावड़ा होने के कारण लोगों को गर्मी और उमस से परेशान होना पड़ रहा है। उमस (आर्द्रता)का प्रतिशत अधिक होने से कूलर आदि शीतलता प्रदाय करने वाले उपकरण फेल हो रहे हैं। ज्येष्ठ मास में यह पहली बार है कि जब लोगों को इतनी अधिक गर्मी और उमस से रूबरू होना पड़ रहा है। लोग आवश्यक काम होने के बाद ही अपने घरो से बाहर निकल रहे हैं। शासकीय और प्रायवेट कर्मचारी भी जैसे तैसे अपनी ड्यूटी बजा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में इस भीषण गर्मी और उमस को देखते हुए 18 जून से खुलने वाले स्कूल अब 25 तारीख से खुलने की घोषणा कर दी गई है। 18 जून को स्कूल चले अभियान का पहला दिन था। जिसमें बच्चों की उपस्थिति कम देखी गई। जो बच्चे स्कूल गये भी वह गर्मी से बेहाल हो रहे हैं। पंखे गर्म हवा फेंक रहे हैं, ऐसे में बच्चों का क्लास में बैठना मुश्किल हो रहा है। रविवार को दिन का तापमान 38.6 डिग्री रहा। सोमवार को भी पारा 38.5 डिग्री रिकार्ड किया गया। मंगलवार को भी पारा 38.6 डिग्री पर ही रहा। रात का तापमान भी तीन दिन बाद फिर से अपने उच्चतम स्तर 28 डिग्री पर रहा।