धार, अग्निपथ। पूरे शहर में सोशल डिस्टनसिंग और मास्क की ढोंडी पिटी जा रही है किंतु जिला चिकित्सालय में ही दोनों बातों पर अमल नहीं किया जा रहा है जो कि साफ देखा जा सकता है। मामला यह है कि सेम्पलिंग देने आए कोविड के संदिग्ध मरीजों में अपनी बारी की होड़ में रेलमपेल मची हुई है।
जांच के लिए आने वाले लोग आपस में सटकर खड़े हैं। लाईन में लगे लोगों में तो बीमारी के संक्रमण की सतर्कता का ध्यान नहीं है बल्कि जिला चिकित्सालय का प्रशासन भी इस ओर उदासीन नजर आ रहा है। ज्ञात हो यह एक संक्रमण वाली बीमारी है जिसमें मास्क और दो गज दूरी बेहद आवश्यक है।
बावजूद इसके संदिग्धों का इस तरह से बेतरतीब होकर भीड़ लगाना लापरवाही को साफ दिखा रहा है। दिनभर सेम्पलिंग का सिलसिला इसी तरह चलता रहता है किंतु आमजन को समझाने एक भी अधिकारी नहीं आ रहे हैं।
रेमडिसवर इंजेक्शन की चल रही मारामारी
शहर में कोविड के सीवियर मरीजों को एक निश्चित इंफेक्शन होने पर रेमडिसिवर इंजेक्शन के लगभग छ: डोज दिए जाते हैं। किंतु जिले में सीवियर पेशेंट के लिये भी दो इंजेक्शन की उपलब्धता मुश्किल हो गई है। जो कि काफी चिंता का विषय है। प्रशासनिक रूप से इनकी उपलब्धता समय पर न करवाना भी काफी गम्भीर मामला है। जिलेभर के पीडि़त मरीज रेमडिसिवर इंजेक्शन के लिये मेडिकलों के चक्कर लगाते देखे जा सकते हैं। फि़लहाल पांच कम्पनी रेमडिसिवर इंजेक्शन बना रही है किंतु सभी की उपलब्धता अभी शून्य के बराबर है।
दो हॉस्पिटल 10 बेड ऊंट के मुंह मे जीरा
बढ़ते कोविड के प्रकोप को देखते हुए जिला मुख्यालय पर मित्तल और महाजन हॉस्पिटल में 10-10 बेड के कोविड सेंटर बनाए गए हैं जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं मसलन प्रदेश की कोविड रिपोर्ट अनुसार 45 से 50 मरीज प्रतिदिन धार जिले में पॉजीटिव आ रहे हैं जिनके हिसाब से यह नाकाफी है। जबकि इसके विपरीत पूर्व में पांच हॉस्पिटल को सेंटर बनाया गया था। आमजन का कहना है कि इसबार बीमारी की इंटेंसिटी अधिक है और जिले के बड़े 10 से 20 हॉस्पिटल को कोविड सेंटर बनाया जावे।
कस्तूरबा गांधी हॉस्टल की हालत दयनीय
100 बिस्तर के कस्तूरबा गांधी हॉस्टल की बीते कई दिनों से स्वीकृति मिल चुकी है किंतु अभी तक तैयारियां नाकाफी है। प्रत्यक्ष देखने के बाद यह कहा जा सकता है कि मरीजो के लिये यह माकूल नहीं है।
मुख्यमंत्री ने संबोधित किया पत्रकारों को
मंगलवार शाम चार बजे कलेक्टर के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों को कोविड के प्रति अवेयर करने की अपील की है। आपने बताया कि मीडिया कोविड के संक्रमण को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और सकारात्मक माहौल बना सकती है।
हमारी तैयारी पूर्ण है, स्टाफ बड़ा रहे हैं
कस्तूरबा गांधी हॉस्टल में तैयारिया पूर्ण है। आइसोलेशन और प्रायमरी ट्रीटमेंट के मरीजों को जब प्रायवेट हॉस्पिटल और जिला चिकित्सालय संभाल न सकेगा तब हम इसका उपयोग करेंगे। स्टॉफ की भी व्यवस्था हो रही है। – जितेंद्र चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, धार
मांग अनुसार इंजेक्शन में लगेगा कुछ समय
जिले में इन्फेक्टेड मरीजों को लगने वाला रेमडिसिवर इंजेक्शन मांग खत्म होने पर कम्पनियों द्वारा प्रॉडक्शन बंद कर दिया था जिसका एक मुख्य कारण उसकी एक्सपायरी की निम्न सीमा भी थी। हम इंदौर की सी एंड एफ कंपनियों से सीधे संपर्क में है कुछ ही दिनों में पर्याप्त सप्लाय हो जावेगा। – अशोक गोयल, ड्रग इंस्पेक्टर, धार