उज्जैन, अग्निपथ। शुक्रवार शाम को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। इसके साथ ही ओले गिरने की भी सूचनाएं है। तेज आंधी के कारण कई पेड़ धराशाई हो गए। मकानों की छत के चद्दर उडऩे के भी समाचार है।
विगत 2 दिन से भारी उमस के कारण शहरवासी परेशान हो रहे थे द्य दोपहर में 10 मिनट हुई बारिश के बाद शाम 6.50 बजे बारिश का जो तेज दौर शुरू हुआ वह शाम 8 बजे तक थमने का नाम नहीं ले रहा था। हवा की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने शहर के कई पेड़ जमींदोज कर दिया इसके साथ ही लोगों के छत पर बने हुए शेड की चद्दर तेज आंधी के साथ उड़ गई।
जानकारी में आया है कि कोठी रोड पर स्थित कई पेड़ तेज हवा के कारण जमींदोज हो गए। उदयन मार्ग स्थित 10 से 15 पेड़ों के गिरने की भी सूचना है द्य सडक़ों पर पानी मर जाने के कारण आवश्यक काम से निकलने वाले लोगों को अपने गंतव्य तक घूम कर जाना पड़ा द्य आगे किसी प्रकार की जान माल के नुकसान का कोई समाचार समाचार लिखने तक संज्ञान में नहीं आया था।
लेकिन लोगों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है द्य बारिश की ऐसी त्रासदी मानसून के दौरान भी देखने को नहीं मिली है द्य यास तूफान के चक्रवाती हवाओं के कारण हवा भी पल पल में अपनी दिशा बदल रही थी जिसके चलते शहर के कई पेड़ और चद्दर अपने वजूद से उखड़ गई द्य हालांकि शहर में लोगों का कितना नुकसान हुआ है यह तो आज देखते में आएगा
समाचार लिखे जाने तक बारिश का दौर चालू था
अधिकांश अस्पतालों रोशन रहे बारिश और तेज हवा के कारण पूरे शहर में जहां बिजली चली गई थी वही अधिकांश अस्पतालों में जनरेटर की वजह से रोशनी रही।चरक अस्पताल में 5 से 7 मिनट तक बिजली बाधित रही उसके बाद जनरेटर से वार्ड रोशन हो गए। माधव नगर अस्पताल में भी यही स्थिति रही। वही एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने की खबर सोशल मीडिया पर चल रही थी परंतु इसकी पुष्टि किसी ने नहीं की।
एहतियात के तौर पर बिजली भी बंद
मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी ने तेज बारिश और आंधी के चलते बिजली की सप्लाई रोक दी थी। बड़ी लाइनों का प्रवाह भी रोक दिया गया था। पूरा शहर लगभग 3 से 4 घंटे अंधेरे में डूबा रहा
मौसम विभाग नहीं लगा पाया अनुमान
यास तूफान का असर उज्जैन जिले पर किस प्रकार पड़ेगा इस बात का पूर्वानुमान मौसम विभाग नहीं लगा पाया द्य जीवाजीराव वेधशाला द्वारा भी शहर में तूफान क्या असर दिखाएगा इस बात का पूर्वानुमान नहीं लगा पाया द्य जिला प्रशासन द्वारा भी ऐसा कोई कंट्रोल रूम में स्थापित नहीं किया गया था जोकि लोगों की मदद करता द्य शहर के कई कॉलोनियों की बिजली गुल हो गई थी जो कि सुबह तक बहाल नहीं हो पाई।