उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में बुधवार से एसएमएस व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है। अब किसानों को मंडी में आने के लिए एसएमएस दिखाने की जरूरत नहीं है। वे अपनी मर्जी से कभी मंडी में फसल लेकर आ सकते हैं।
मंडी समिति के सचिव अश्विन सिन्हा ने बताया कि कोरोना संकट की दूसरी लहर के चलते मंडी में 10 अप्रैल से नीलामी बंद थी। 1 जून को नीलामी फिर से शुरू की गई थी। इस दौरान किसानों को एसएमएस देकर मंडी में उपज बेचने के लिए बुलाया जा रहा था। कोरोना केस में कमी होने की वजह से जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में लिए गए फैसले के बाद 9 जून से एसएमएस सुविधा को समाप्त कर दिया गया है। किसान अपनी मर्जी से कभी भी उपज लेकर विक्रय के लिए आ सकता है।
आवक सोयाबीन 6283, लोकवन 4717 बोरी
मंडी में मंगलवार को लोकवन की 4717 बोरियों की आवक हुई। 1871 के मुकाबले अधिकतम रेट 2146 रुपए यानी 275 ज्यादा दाम पर बिकी। पूर्णा गेहू की 719 बोरियों की आवक हुई और यह 1880 के मुकाबले अधिकतम दाम 2125 रुपए यानी 245 रुपए ज्यादा पर बिकी। पोषक गेहूं की 1008 बोरियां आई। यह 1876 के मुकाबले अधितकम 2021रुपए दाम पर यानी 145 रुपए ज्यादा दाम पर बिकी। सोयाबीन की 6283 बोरियों की आवक हुई। अधिकतम 7270 रुपए के मुकाबले अधिकतम 8600 रुपए में बिका।
चने की इटालियन वैरायटी भी आई
मंडी में चने की तीन वैरायटी बिकने के लिए आई। इसमें इटालियन चना की सात बोरियां 4775 के दाम में बिकी। जबकि काबली चने की 614 बोरियों की आवक हुई। यह 7571 मुकाबले अधिकतम 7915 यानी 344 रुपए ज्यादा दाम पर बिकी। चना शंकर की 249 की बोरियां आई। यह 4750 के मुकाबले अधिकतम 5151 रुपए यानी 401 रुपए ज्यादा प्रति क्विंटल के हिसाब से बिका। मसूर की 3 बोरियां अधिकतम 5286 रुपए, रायडा की 13 बोरियां अधिकतम 6010 रुपए और बटला की 4 बोरिया अधिकतम 4800 रुपए में बिकी। मैथीदाना की एक बोरी 5610 रुपए में बिकी है।