नेपाल की सप्लाई ने खाने के तेल के 35 रुपए कम कराए

nepali oil
  • नेपाल से आया तेल 126 रुपए लीटर बिक रहा शहर में

  • लोकल और ब्रांड कंपनी का तेल 140 से 160 रुपए लीटर में बिक रहा

  • व्यापारियों का दावा नेपाली और लोकल तेल की क्वालिटी एक समान

उज्जैन, अग्निपथ। कोरोना संकट ने जहां खाने में रिकॉर्ड तेजी कायम की थी। वहीं नेपाल से आए तेल ने पिछले एक माह में सारी तेजी को समाप्त कर दिया है। अब बाजार में नेपाली तेल का एक लीटर का पाऊच 126 रुपए में बिक रहा है। जबकि लोकल और ब्रांड कंपनियों का तेल अब भी लोगों को 140 से 160 रुपए में बेचा जा रहा है। इससे ग्राहकी टूटने के डर से व्यापारियों ने नेपाली तेल को लेकर बेचना शुरू कर दिया है।

दावा किया जा रहा है कि अब तक नेपाली तेल की 5000 से ज्याजा पेटियां शहर में इंदौर के जरिए आ चुकी हैं। उसी क्वालिटी के तेल के आने से व्यापारी को नुकसान नहीं हो रहा है और न ही उसकी जमी जमाई ग्राहकी टूट रही है।

सोयाबीन तेल के दाम दोगुने हुए

पिछले साल सोयाबीन का तेल 70 से 90 रुपए के बीच में बिक रहा था। लेकिन इस साल सप्लाई कम और मांग ज्यादा होने के चलते तेल के दाम 170 रुपए तक पहुंच गए थे। इसका दूसरा कारण रिफाइंड आइल में मिलने वाले रासानियक पदार्थो की आपूर्ति नहीं होना भी बताया जा रहा है।

विदेशों से आयात में रुकावट भी बनी बाधा

बताया जाता है कि देश में ज्यादातर खाद्य तेल की आपूर्ति विदेश से होती है। इस तेल पर 37 प्रतिशत तक की ड्यटी यानी टैक्स लगता है। जबकि नेपाल से आने वाले तेल पर कोई ड्यटी नहीं लगती है। इससे यह तेल व्यापारी को सस्ता मिल रहा है। साथ ही बिना रोक टोक के यह तेल भारत में आ जाता है। सभी कागजी कार्रवाई और खर्च के बाद भी व्यापारी इसे उज्जैन शहर में 126 में बेच रहे हैं।

पॉम आयल की आपूर्ति नहीं हुई

लॉकडाउन की वजह से इंडोनेशिया और मलेशिया से पॉम आयल की सप्लाई प्रभावित हो गई थी। इस वजह से भी बाजार में सोयाबीन और अन्य तेलों के दाम में उछाल आया था। उज्जैन में ज्यादातर तेल चंदूखेडी के अवी एग्रो और देवास के वीपी के प्लांट से आता है। शहर में पॉम तेल की खपत भी खाद्य तेल के बराबर ही होती है।

थोक में पांच से सात रुपए का अंतर

शहर में तेल का थोक में व्यवसाय करने वाले व्यापारियों का कहना है कि नेपाल से आने वाले तेल और उज्जैन, देवास के तेल प्लांट से मिलने वाले तेल के दाम में पांच से सात रुपए का अंतर है। यानी नेपाल से आने वाला तेल पांच से सात रुपए सस्ता आ रहा है। इसलिए शहर के ज्यादातर व्यापारियों ने इसे ही खरीदना शुरु कर दिया है। इससे उनके साथ ही आम लोगों को भी फायदा हो रहा है।

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