विधायक रामलाल की अध्यक्षता वाली कमेटी लेगी छह जुलाई को अंतिम फैसला
उज्जैन । किसान की उपज कम तौलने का मामला सामने आने के बाद कृषि उपज मंडी उज्जैन में अब बड़े तौल कांटे से उपज तुलाई जाने का फैसला लिया गया है। अंतिम निर्णय छह जुलाई को होने वाली उप समिति की बैठक में लिया जाएगा। कमेटी की अध्यक्षता विधायक रामलाल मालवीय करेंगे।
मंडी सचिव अश्विन सिन्हा ने बताया कि मंडी बोर्ड के निर्देश है कि मंडी में किसानों की उपज बड़े तौल कांटे से कराई जाए। परन्तु इस आदेश पर अमल नहीं हो पा रहा था। अब किसान की उपज कम तौलने के मामले सामने आने के बाद इस फैसले पर अमल किया जाएगा।
इसके लिए कमेटी की बैठक बुलाई गई है। यह कमेटी फैसला लेगी। इसमें व्यापारी और हम्माल के बीच तुलाई की नई दरों और बड़े तौल कांटे से तुलाई को लेकर चर्चा होगी। बैठक में कांग्रेस विधायक रामलाल मालवीय, उप संचालक, भारसाधक अधिकारी, व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष कृषक प्रतिनिधि, तौलकांटा के संचालक, किसान प्रतिनिधि, हम्माल एसोसिएशन के प्रतिनिधियो को बुलाया गया है। हम्माल एसोसिएशन ने तुलाई की दर बढ़ाने के लिए मंडी में आवेदन भी दिया था। हम्माल को 5.90 रुपए, तुलावटी को 2.40 रुपए डाला के पांच रुपए दिए जाते हैं।
किसान का नुकसान न हो और हम्मालों को रोजी रोटी बचे
बड़े तौल कांटे से किसान की उपज तौलने का सुझाव भी विधायक रामलाल ने कृषि उपज मंडी समिति को दिया था। उनका कहना था कि किसान की उपज बड़े तौल कांटे से तौलने पर गड़बड़ी की संभावन खत्म हो जाएगी। वहीं बैठक में यह चर्चा की जाएगी कि हम्माल और तुलावटी को नुकसान न हो। बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया जाएगा।
सब्जी मंडी में व्यापारियों ने फ्लेटफार्म का किया बंटवारा, किसान हो रहे परेशान
सब्जी मंडी में दिन में खरीदी मंडी प्रशासन ने बंद कर दी है। अब शाम सात बजे से सुबह आठ बजे तक ही खरीदी हो रही है। इसी के चलते व्यापारियों ने मंडी के फ्लेटफार्म का बंटवारा कर लिया है। इससे किसान और हम्मालों के बीच परेशानी खड़ी हो गई है। इस संबंध में सब्जी मंडी हम्माल-श्रमिक एसोसिएशन के सचिव सादिक हुसैन ने बताया कि मंडी के फ्लेटफार्म को व्यापारियों ने आपस में बांट लिया है। इससे फसल लेकर आने वाले किसानों को परेशानी हो रही है। वहीं हम्माल उनकी उपज उतारते हैं तो विवाद होने लगता है।
50 तौल कांटे की जांच हुई
गुरुवार को व्यापारियों के तौलकांटे की जांच की गई और बांटों पर सील लगाई गई। नापतौल विभाग द्वारा मंडी में कैंप लगाया गया था। पचास से ज्यादा व्यापारियों ने कैंप में अपने तौल कांटों की जांच कराई। नापतौल विभाग के संजय पाटनकर ने बताया कि तौल कांटे के लिए 550 रुपए और प्रत्येक बांट के लिए 50 रुपए का शुल्क लिया जा रहा है। शुक्रवार को भी विभाग की तरफ से तौल कांटों की जांच के लिए कैंप लगाया जाएगा।
व्यापारी अपने नए और पुराने तौल कांटे लेकर मंडी में जांच के लिए पहुंचते रहे। पाटनकर के मुताबिक विभाग ने तौल कांटे और बांट की सील लगाने के लिए निर्धारित फीस एमपी ऑनलाइन पर जमा कराने के निर्देश दिए हैं। शुल्क जमा कराने वाली रसीद लेकर आने के बाद लाइसेंसी के द्वारा बांट पर सील और तौल कांटे की स्टेपिंग की जाती है। लेकिन मंडी में विभाग की तरफ से कैंप लगाए जाने की वजह से ऑनलाइन फीस के स्थान पर मौके पर ही फीस लेने की व्यवस्था की गई है।