पूर्व अध्यक्ष हरभजनका और निमेष अग्रवाल ने भी फिर से चुनाव लडऩे का किया ऐलान
उज्जैन। अनाज तिलहन संघ चुनाव में अब तेजी आ गई है। पूर्व पदाधिकारी वोटर लिस्ट को चेक करके फायनल करने में जुट गए हैं। ताकि नए और पुराने सदस्यों के नाम और अन्य जानकारी अपडेट रहे। इस वोटर लिस्ट को चुनाव अधिकारी को सौंप दिया जाएगा। इसी के आधार पर चुनाव अधिकारी अनाज तिलहन संघ के 18 अगस्त को चुनाव कराएंगे।
उधर दो सदस्यीय संगठन के सदस्यों ने चुनाव अधिकारी के नाम को तय कर दिया है। सदस्य जितेंद्र अग्रवाल और अनिल गर्ग ने बताया कि उन्होंने सभी सदस्यों से चर्चा करने के बाद व्यापारी सहकारिता से जुड़े प्रदीप बदनोरे का नाम चुनाव अधिकारी के रूप में तय किया है। अब वे ही संगठन के चुनाव कराएंगे। बदनोरे का कहना है कि वे 25 साल से सहकारिता से जुड़े हुए हैं।
नौकरी के दौरान अनेक संस्थाओं के चुनाव कराए थे। 2013 में रिटायर होने के बाद उन्होंने शहर की कई प्रमुख संस्थाओं के चुनाव कराएं हैं। उन्हें औपचारिक रुप से चुनाव कराने की जानकारी मिल चुकी है। संस्था से लेटर मिलने के बाद वे चुनाव कराने के संबंध में संस्था के पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे और उसके बाद अपनी टीम के सदस्यों का नाम फायनल करेंगे। एक दो दिन में यह पूरी प्रक्रिया हो जाएगी।
बदनोरे का कहना है कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती निष्पक्ष चुनाव कराया जाना है। चुनाव के दौरान सभी पक्षों को संतुष्ट रखना जरूरी होता है। इस चुनाव में भी वे इस बात का ध्यान रखेंगे कि जायज आपत्ति पर कार्रवाई हो और किसी भी पक्ष की शिकायत को नजर अंदाज नहीं किया जाए। साथ ही सदस्यों से अपेक्षा रहेगी कि वे सही और तथ्यात्मक चुनाव अधिकारी के सामने रखें।
इस चुनाव में कई वरिष्ठ लड़ेंगे चुनाव, तैयारी कर दी शुरू
अनाज तिलहन संघ चुनाव की कार्यकारिणी और साधारण सभा की मीटिंग में वरिष्ठों की कार्य प्रणाली प्रश्नचिंह लगाए गए थे। इसको लेकर कई वरिष्ठ सदस्यों ने चुनाव लडऩे का फैसला कर दिया है। वहीं पूर्व अध्यक्ष मुकेश हरभजनका ने भी फिर से चुनाव लडऩे का फैसला किया है। उनका कहना है कि साधारण सभा में वरिष्ठों के कामकाज पर उंगली उठाई गई थी। इसलिए संस्था को बचाने के लिए वे चुनाव लड़ेंगे। निमेष अग्रवाल का कहना है कि वे भी चुनाव लड़ेंगे। यह चुनाव रोचक होने वाला है।
वहीं गोविंद खंडेलवाल, दिनेश भायल, संतोष गादिया, दिलीप गुप्ता के भी चुनाव लडऩे का दावा किया जा रहा है। हालांकि अभी किसी ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसके अलावा पिछले चुनाव में दो पैनल बने थे, सद्भावना और विकास पैनल। इस बार भी मंडी के तीन से ज्यादा गुटों में चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। पैनल बनाने के लिए गुटों में चर्चा चलने लगी है।
मंडी में नीलामी मे बाहरी व्यक्ति पर रोक लगे
कृषि उपज मंडी में बाहरी व्यक्ति आकर फसल की नीलामी कराने लगे हैं। आठ दिन पहले मंडी में यह वाकया सामने आया था। आज इस मामले को लेकर मंडी के व्यापारी मंडी सचिव अश्विन सिंहा से मिले और उनसे आग्रह किया कि मंडी में बाहरी व्यक्ति के नीलामी में हिस्सा लेने पर रोक लगाई जाए।
इस पर मंडी सचिव ने सभी व्यापारियों को आश्वासन दिया है कि वे मंडी में केवल लाइसेंसी व्यक्तियों के द्वारा अधिकृत प्रतिनिधि को ही नीलामी में भाग लेने की अनुमति देंगे। इसके अलावा किसी भी व्यक्ति को नीलामी में भाग लेने अनुमति नहीं रहेगी।