उज्जैन। अवकाश के दिन शनिवार, रविवार को छोडक़र शेष दिन हमेशा से श्रद्धालुओं से रोशन रहने वाला महाकाल मंदिर के आसपास का क्षेत्र अब विरान दिखाई दे रहा है। यहां श्रद्धालुओं की संख्या 75 प्रतिशत तक घट गई है। कोरोना की तीसरी लहर के चलते मंदिर क्षेत्र की 400 होटलों पर इसका सीधा असर दिख रहा है।
होटल और रेस्टोरेंट चलाने वाले संचालकों ने बताया कि होटल और रेस्टोरेंट का खर्चा निकलना तक मुश्किल हो रहा है। महाकाल मंदिर से 8000 से अधिक लोग सीधे रूप से जुड़े हुए हैं। मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं से ही उनका घर और व्यवसाय चलता है। 1 जनवरी से आज तक 1800 से अधिक कोरोना के मरीज मिल चुका हैं। जिसे लेकर महाकाल मंदिर समिति ने समय सीमा तय कर दी है।
सुबह 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। जबकि इसके पूर्व रात्रि 10.30 बजे तक श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाता रहा है। इसके साथ-साथ सुबह होने वाली भस्मारती प्रवेश भी आगामी आदेश तक बंद कर दिया गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिए गए निर्णय के बाद अब बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं में भारी कमी देखने को मिल रही है।
ऑनलाइन बुकिंग में भी कमी
हालांकि मंदिर प्रशासन ने अभी तक श्रद्धालुओं की संख्या सीमित नहीं की है लेकिन इसके बावजूद ऑनलाइन दर्शन बुकिंग करवाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी देखी जा रही है। इसी तरह से 100 और 250 दर्शन टिकट धारियों की संख्या में भी भारी कमी आई है। मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि 1 हफ्ते से अधिक समय से मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 75 प्रतिशत तक की कमी आई है। इसका सीधा असर फूल प्रसादी, कंठी माला, पूजन सामग्री सहित सडक़ों पर सामान बेच कर अपना गुजारा करने वालों पर भी पड़ा है। इनका व्यवसाय काफी कम हो गया है। जिसके चलते उनके माथे पर चिंता की लकीर खींच गई है।
लॉकडाउन तो नहीं लगेगा…
महाकालेश्वर मंदिर के बाहर हार फूल, कंठी माला बेचने वाले बाहर के व्यवसायियों के मन में कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर चिंता व्याप्त हो गई है। वह पूछते नजर आ रहे हैं कि कहीं उज्जैन शहर में लॉकडाउन तो नहीं लगेगा। यह चिंता उनकी वाजिब है। क्योंकि उज्जैन शहर में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। पास ही के शहर इंदौर में भी स्थिति विस्फोटक हो गई है। जिसके चलते महाकालेश्वर मंदिर की ओर इंदौर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी कम हो गई है।
मंदिर के 8 कर्मचारी रोटेशन ड्यूटी के तहत इधर से उधर
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में एक बार फिर रोटेशन ड्यूटी के तहत 8 कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया है। जिसमें कंप्यूटर ऑपरेटर और चेंजिंग रूम के कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया है। सत्कार शाखा कर्मचारी गजेंद्र सिंह तोमर, अशोक ठोमरे, मनीष शर्मा और श्रीमती ज्योति पोद्दार को फेसिलिटी सेंटर में स्थापित टोल फ्री नंबर पर जानकारी देने के लिए पदस्थ किया गया है। वहीं कम्प्यूटर आपरेटर श्रीमती अनीता शर्मा को लड्डू सप्लाई शाखा से सत्कार शाखा, अखिल खंडेलवाल को सत्कार शाखा से आईटी शाखा, श्रीमती रंजना निंबालकर को सत्कार शाखा से लड्डू सप्लाई शाखा, गीता शर्मा को सत्कार शाखा से रिलीवर के तौर पर पदस्थ किया है।
आउटसोर्स कर्मचारियों की छुट्टी
जानकारी में आया है कि यह फेरबदल नव वर्ष के लिए आउट सोर्स से भर्ती 8 कंप्यूटर ऑपरेटरों की जगह भरने के लिए किया गया है। इन कंप्यूटर ऑपरेटर को छुट्टी दे दी गई है। इनकी जगह उक्त कंप्यूटर ऑपरेटरों को पदस्थ किया गया है।