मंडी में आज हम्माल, तुलावटियों और व्यापारियों के बीच होगा फायनल फैसला

उज्जैन, अग्निपथ। कृषि उपज मंडी में हम्माल, तुलावटियों और व्यापारियों के बीच मजदूरी के दर को लेकर चल रहे विवाद में आज फायनल फैसला होगा। सोमवार को अनाज तिलहन संघ और हम्माल, तुलावटियों के बीच समझौते के लिए चर्चा हुई। परन्तु कोई निराकरण नहीं निकल पाया है।

भारसाधक अधिकारी अवि प्रसाद के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों को आपस में समझौते के लिए दो दिन का समय दिया गया था, परन्तु कोई निराकरण नहीं निकल पाया है। आज फिर से दोनों पक्षों के बीच बैठक होगी। इसमें फायनल फैसला होगा। मजदूरी दर को लेकर अनाज तिलहन संघ के अध्यक्ष गोविंद खंडेलवाल का कहना है कि सोमवार को मजदूरों के साथ चर्चा की गई।

उनसे साफ शब्दों में कहा गया है कि उज्जैन मंडी में सबसे ज्यादा मजूदरी दी जा रही है। एक बोरी पर 20 से 25 रुपए तक मजदूरी दी जा रही है। मजदूरों को अब हड़ताल का रास्ता छोडक़र काम पर ध्यान देना चाहिए। अगर हम्माल और मजदूर मौजूदा दर पर काम करने, दो साल का एग्रीमेंट करने के प्रस्ताव पर काम नहीं करते हैं तो हमारे पास मौजूदा दर से 20 प्रतिशत कम दर पर काम करने के लिए मजदूर आ रहे हैं। हम उनके साथ एग्रीमेंट कर लेंगे। पहले मौका मंडी के हम्मालों और तुलावटियों को दिया जा रहा है। अगर ये रोजगार लेने के लिए तैयार नहीं हैं तो नए लोगों को रोजगार दिया जाएगा।

इधर मामले को लेकर हम्माल और तुलावटी एसोसिएशन के गफ्फार भाई, सादिक भाई आदि का कहना है कि बाहर से मजदूर लाकर काम कराने की अफवाह उन्होंने भी सुनी है। भारसाधक अधिकारी ने मजदूरी बढ़ाकर दिलाए जाने का आश्वासन दिया था, इसी के आधार पर हड़ताल को खोला गया था। पांच मंडियों की दर को मंगाकर आज मंडी सचिव और प्रशासन को सौैंप दी जाएगी। इसके बाद चर्चा करके आगे का फैसला लिया जाएगा।

मजदूर अपने हक की मांग कर रहे हैं। महंगाई बढऩे और कोविड संकट की वजह से मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा है। प्रशासन के निर्देश पर हड़ताल खोली थी, उसके फैसले के बाद नया निर्णय लिया जाएगा। उज्जैन मंडी में 2500 से ज्यादा हम्माल और तुलावटी काम करते हैं।

भारसाधक अधिकारी की बैठक के बाद खफा हुए थे मजदूर

बताया जाता है कि भारसाधक अधिकारी अवि प्रसाद ने मंडी समिति के स्थान पर मजदूरों और व्यापारियों को कोठी पर अपने दफ्तर में बुला लिया था, जहां बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इसके चलते पहले व्यापारियों के साथ भारसाधक अधिकारी की बैठक हुई। इसके बाद हम्माल और तुलावटियों के सदस्यों के बीच बातचीत हुई थी। इसमें मजदूरों को अपना पक्ष रखने का समय नहीं मिल पाया था।

मजदूरों ने नाराजगी जताते हुए मंडी सचिव उमेश बसेडिया शर्मा से शिकायत करते हुए कहा था कि आगे से मंडी प्रांगण में ही बैठक का आयोजन किया जाए। ताकि दोनों पक्ष आमने-सामने अपनी अपनी बात रख सकें और प्रशासन इस पर फैसला ले।

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