इंदौर, अग्निपथ। विज्ञान का क्षेत्र वृहद संभावनाओं का क्षेत्र है। यहाँ हर पल नए शोध और प्रयोग होते हैं। दुनियाभर में होने वाले इन प्रयोगों में भारतीय वैज्ञानिक भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इसी कड़ी में यूके में शोधकर्ता के रूप में कार्यरत इंदौर के एक युवा वैज्ञानिक सुदीप जोशी को वर्ष 2022 के लिए लश- यंग रिसर्चर अवॉर्ड प्रदान किया गया है।
यह पुरस्कार उन्हें स्टेम सेल आधारित मानव अंगों का जैव निर्माण व उनपर नई दवाओं का परीक्षण करने के लिए, एक रोबोटिक प्रणाली के विकास हेतु प्रदान किया गया है। यह आने वाले समय मे पशुओं व प्राणियों पर किये जाने वाले परीक्षण को कम करने या समाप्त करने में सहायता करेगा। पुरस्कार स्वरूप सुदीप को 10 हज़ार पाउंड की इनामी राशि और प्राणियों व प्रकृति के प्रति सद्भावनाओं को दर्शाती एक विशेष हेयर (खरगोश की आकृति वाली) ट्रॉफी प्रदान की गई है।
गैर पशु परीक्षण के क्षेत्र में पुरस्कार स्वरूप दी जाने वाली यह सबसे बड़ी धनराशि है। इस वर्ष कुल 26 देशों से प्राप्त प्रविष्ठियों में से प्राइज़ कमेटी द्वारा 10 प्रविष्ठियों का चयन पुरस्कार के लिए किया गया, जिनमें से सुदीप एक हैं। वर्तमान में सुदीप द फ्रांसिस कर्क इंस्टिट्यूट एंड किंग्स कॉलेज, लंदन में शोधकर्ता के रूप में कार्यरत हैं। जो कि एक ख्यात बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर है। सुदीप ने शहर के श्री वैष्णव विद्यापीठ से इंजीनियरिंग करने के बाद आईआईएससी (भारतीय विज्ञान संस्थान) से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है। वे अपनी इस उपलब्धि का श्रेय खासतौर पर अपने मार्गदर्शक लालबहादुर चौबे, अपने परिवार व मित्रों को देते हैं।