एक महीने में कायापलट:पहले टेस्ट में 36 रन पर ऑलआउट हुई थी टीम इंडिया, चौथे टेस्ट में सबसे बड़ा टारगेट चेज कर सीरीज जीत ली

ब्रिसबेन। टीम इंडिया ने मंगलवार को ब्रिस्बेन टेस्ट जीतकर इतिहास रच दिया। ऑस्ट्रेलिया में अपना सबसे बड़ा 328 रन का टारगेट चेज करते हुए भारत ने वनडे स्टाइल में बैटिंग की और सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। इससे पहले भारत ने 2003 के एडिलेड टेस्ट में 233 रन का सबसे बड़ा टारगेट चेज किया था।

ठीक एक महीने पहले यानी 19 दिसंबर को भारत को पहले टेस्ट में करारी हार का सामना करना पड़ा था। उस टेस्ट में टीम 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी। आज 19 जनवरी को टीम ने सीरीज जीत ली। भारत को यह जीत ऐसे हालात में हासिल हुई है, जब कप्तान विराट कोहली पैटरनिटी लीव पर जा चुके थे और टीम के 7 खिलाड़ी इंजर्ड हो चुके थे।

मैच समरी

  • ऑस्ट्रेलिया पहली पारी: 369 रन
  • भारत पहली पारी: 336 रन (ऑस्ट्रेलिया को 33 रन की बढ़त)
  • ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी: 294 रन (भारत को 328 रन का टारगेट)
  • भारत दूसरी पारी: 329 रन (मैच 3 विकेट से जीता)

शुभमन, पुजारा और पंत ने पारी को संभाला
आखिरी दिन टीम को 100 ओवर में जीत के लिए 324 रन और चाहिए थे। शुरुआत अच्छी नहीं रही। 18 रन पर पहला विकेट गिर गया, जब रोहित शर्मा 7 रन बनाकर पैट कमिंस की बॉल पर आउट हुए। उनके बाद शुभमन 146 बॉल पर 91 रन की पारी खेलकर आउट हुए।

चोटिल होने के बावजूद पुजारा ने 211 बॉल में 56 रन बनाकर लंबे समय तक अपना विकेट बचाए रखा। उन्हें कई बाउंसर का सामना करना पड़ा। उनका हेलमेट भी डैमेज हुआ। आखिर में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने उन्हें आउट किया। ऋषभ पंत (89) आखिर तक डटे रहे। पंत को मैन ऑफ द मैच चुना गया। सीरीज के 4 मैच में सबसे ज्यादा 21 विकेट लेकर कमिंस मैन ऑफ द सीरीज रहे।

मैच के 3 टर्निंग पॉइंट
1. पहली पारी में सुंदर-शार्दूल के बीच 123 रन की पार्टनरशिप

ऑस्ट्रेलिया के 369 रन के जवाब में टीम इंडिया ने पहली पारी में 186 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद शार्दूल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने 7वें विकेट के लिए रिकॉर्ड 123 रन की पार्टनरशिप की। इससे भारत 336 रन बना सका। यदि यह पार्टनरशिप नहीं होती तो ऑस्ट्रेलिया को 33 की बजाय ज्यादा रन की लीड मिल सकती थी।

2. दूसरी पारी में शुभमन-पुजारा के बीच 114 रन की पार्टनरशिप
328 रन का टारगेट मिलने के बाद शुभमन ने पुजारा के साथ 240 बॉल पर 114 रन की पार्टनरशिप की। यहां से भारतीय पारी संभली और बल्लेबाजों को तेज खेलने का मौका मिला।

3. आखिरी 10 ओवर में 6.4 के रनरेट से रन बनाए
टीम इंडिया जब टारगेट चेज कर रही थी, तब उसने 132 रन पर 2 विकेट गंवा दिए थे। टीम को 52 ओवर में जीत के लिए 196 रन चाहिए थे। यहां से कप्तान अजिंक्य रहाणे ने तेज पारी खेलने की शुरुआत की। उन्होंने 22 बॉल पर 24 रन बनाए। एक छक्का और एक चौका लगाया। मयंक से ऊपर 5वें नंबर पर आए पंत आखिर तक टिके रहे। उन्होंने 89 रन की नाबाद पारी खेली। उनका साथ वॉशिंगटन सुंदर ने दिया, जिन्होंने 22 रन बनाए। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।

ग्राउंड रिकॉर्ड: ब्रिस्बेन में 3 दशक बाद हारी ऑस्ट्रेलिया

  • मेजबान ऑस्ट्रेलिया 32 साल बाद ब्रिस्बेन में पहली बार टेस्ट हारी है। पिछली बार ब्रिस्बेन में नवंबर 1988 में वेस्टइंडीज ने उसे 9 विकेट से हराया था। 1988 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में 31 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 24 जीते और 7 ड्रॉ रहे।
  • गाबा में पहली बार किसी टीम ने 300+ रन का टारगेट चेज किया है। इससे पहले यहां ऑस्ट्रेलिया ने नवंबर 1951 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे बड़ा 236 रन का टारगेट चेज किया था।
  • टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर पहला टेस्ट जीता है। इस टेस्ट से पहले टीम इंडिया ने यहां 6 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 5 हारे और एक ड्रॉ हुआ।

सीरीज रिकॉर्ड: ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज में हार मिली

  • टीम इंडिया ने पिछली बार 2018 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3-1 से शिकस्त दी थी। टीम की ऑस्ट्रेलिया में यह पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। अब यह भारत की ऑस्ट्रेलिया में दूसरी टेस्ट सीरीज में जीत है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 13 में से 8 सीरीज हारीं, 2 जीती और 3 ड्रॉ खेली हैं।
  • भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में शिकस्त दी है। इससे पहले टीम ने 2017 में भारत में और 2018 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती थी।
  • 1996 से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जा रही है। अब तक भारत ने 16 में से 10 ट्रॉफी जीतीं या रिटेन की हैं। ऑस्ट्रेलिया ने 5 ही सीरीज पर कब्जा जमाया है।

प्लेयर रिकॉर्ड: पंत ने धोनी और शुभमन ने गावस्कर को पीछे छोड़ा

  • ऋषभ पंत सबसे कम टेस्ट पारियों में एक हजार रन बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया। पंत ने 27 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की, जबकि धोनी ने 32 पारियां खेली थीं।
  • शुभमन चौथी पारी में फिफ्टी लगाने वाले सबसे युवा भारतीय ओपनर बन गए। उन्होंने पूर्व भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर का 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। फिलहाल, शुभमन की उम्र 21 साल और 133 दिन है। वहीं, गावस्कर ने 21 साल और 243 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।

BCCI ने 5 करोड़ बोनस दिया, मोदी ने बधाई दी
BCCI ने इस जीत पर टीम इंडिया के लिए 5 करोड़ रुपए के बोनस की घोषणा की। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया के जरिए भारतीय टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट टीम की ऑस्ट्रेलिया में जीत से हम सभी बेहद खुश हैं। खिलाड़ियों की विशेष ऊर्जा और जुनून पूरे समय नजर आया।’’

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