उज्जैन, अग्निपथ। जीडीएस (घुम्मक्कड़ी दिल से) एवं छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के संयुक्त तत्वाधान में 22-23 जुलाई को छत्तीसगढ़ के बौद्ध तीर्थ तथा शिमला के नाम से प्रसिद्ध हिल स्टेशन मैनपाट में दो दिवसीय सम्मेलन संपन्न हुआ ।
सम्मेलन में हरिद्वार, सोनीपत, देहरादून, दिल्ली, गुडग़ांव, भोपाल, रांची, हजारीबाग, कानपुर, मिर्जापुर, पन्ना, बक्सर, प्रयागराज, तालबेहट, गाजियाबाद, अनूपपुर, रायपुर, दुर्ग, भिलाई, जगदलपुर, राजनांदगांव, उज्जैन सहित देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 70 सदस्यों से अधिक घुमक्कड़ो/ ब्लॉगर/ यू ट्यूबर/ फोटोग्राफर/ पर्वतारोही और प्रकृति प्रेमियों ने भाग लिया।
उज्जैन के 11 सदस्य टीम में शामिल
उज्जैन से घुमक्कड़ टीम 11 सदस्य वरिष्ठ पत्रकार-संपादक अर्जुन सिंह चंदेल एवं एन.पी अग्रवाल के नेतृत्व में रमेश चंद्र श्रीवेया, गुड्डू करण सिंह चौहान, हरि घुड़ावत, प्रताप यादव, चंद्रशेखर चौहान, मोहित गुप्ता, श्रीमती मनीषा गुप्ता, दिलीप चौहान, मुकेश गंगवार ने भाग लिया। उज्जैन के दल ने सरगुजा की संस्कृति, खानपान तथा पर्यटन स्थलों को करीब से जाना। आयोजन के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अतिथियों का भव्य स्वागत स्थानीय करमा नृत्य से किया गया तथा सभी अतिथियों को स्थानीय पारंपरिक भोजन परोसा गया जिसका सभी अतिथियों ने भरपूर आनंद लिया।
अतिथियों ने मैनपाट के बौद्ध विहार सहित विभिन्न प्राकृतिक स्थलों, सनसेट प्वाइंट परपटिया, मछली प्वाइंट, टाइगर प्वाइंट सहित प्रकृति के आश्चर्य जैसे ठीन ठीनी पत्थर जिससे मधुर संगीत निकलता है, उल्टा पानी जहां पानी नीचे से ऊपर की ओर बहता है तथा जलजली जहां चलने से धरती में कम्पन होता है आदि का अवलोकन किया। सभी अतिथियों ने मैनपाट के नैसर्गिक सौंदर्य को अपने कैमरों में कैद किया तथा यहां बार बार आने की इच्छा जाहिर की।
सम्मेलन के प्रथम दिवस परिचय सत्र एवम सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ श्रीमती गोपा सान्याल जी द्वारा भगवान शंकर के लिंगाष्टक पाठ से हुआ। सांध्यकालीन सभा में दीप प्रज्वलन जीडीएस के एडमिन पैनल के सदस्य संजय कौशिक, पंकज शर्मा, मुकेश पाण्डेय व छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारी एवम शैला रिजॉर्ट के प्रबंधक सौरभ वर्मा सहित अन्य अतिथियों के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ। प एडमिन व पन्ना से आए मुकेश पाण्डेय चंदन ने जीडीएस की स्थापना तथा उद्देश्य के बारे में संक्षिप्त में बताया।
आयोजन के स्थान चयन तथा उद्देश्यों को संक्षिप्त में बताते हुए ज्ञानेंद्र पांडेय ने अतिथियों को बताया कि यह आयोजन राज्य के बाहर पर्यटकों को यह संदेश देना है कि छत्तीसगढ़ एक शांत, सांस्कृतिक विविधताओं से संपन्न, आतिथ्य को सर्वोपरि रखने वाला, प्राकृतिक सुंदरताओं से संपन्न तथा खानपान के विविध रंगों से संपन्न राज्य है। सांस्कृतिक संध्या में सुरेंद्र तिवारी, बाबू भाई, नाजिम खान, डॉ. गहरवार सहित अन्य सदस्यों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से आयोजन को यादगार बना दिया।
जीडीएस सम्मेलन के ऐतिहासिक एवम सफल आयोजन में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल व आयोजन समिति के प्रमुख बृजबिहारी मिश्रा, सहित अनूप नायक, जयेश वर्मा, सैयद अख्तर हुसैन, संदीप गुप्ता, कमलेश सिंह, ईश्वर पटेल, नाजिम खान, सुरेंद्र तिवारी, आलोक दुबे, डॉ. हिमांशु गुप्ता, बीनू मथाई, डॉ. इति चतुर्वेदी ने सम्मेलन को कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सम्मेलन के अंतिम सत्र में सभी अतिथियों द्वारा सैला रिजॉर्ट परिसर में पौधारोपण किया। प्रतिभागिता प्रमाणपत्र प्राप्त करने के पश्चात सभी घुमक्कड़ साथियों ने जीडीएस के स्लोगन घुमक्कड़ी दिल से.. मिलेंगे फिर से..के जयघोष के साथ नम आंखों से एक दूसरे से विदाई लेते हुए आयोजन और छत्तीसगढ़ के आतिथ्य सत्कार की मुक्त कंठ से सराहना की।