स्वच्छ सर्वेक्षण में राज्य स्तर पर उज्जैन को पहला पुरस्कार

महापौर, निगम अध्यक्ष, निगम आयुक्त ने सम्मान प्राप्त किया, मुख्यमंत्री डॉ यादव ने नगरीय निकायों को दिए स्वच्छता क्षेत्र में पुरस्कार

उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन शहर के लिए बड़े ही गौरव पूर्ण क्षण है भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में राज्य स्तर पर 1 से 10 लाख की जनसंख्या में उज्जैन नगर पालिक निगम द्वारा प्रथम स्थान अर्जित किया है।

मंगलवार को भोपाल में आयोजित स्वच्छता प्रेरणा समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष कलावती यादव, निगम आयुक्त आशीष पाठक को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। नगरीय निकायों के स्वच्छ भारत अभियान में किये गए उल्लेखनीय प्रयासों और उपलब्धियों की निरंतरता एवं निकायों को आगामी तैयारियों के लिए प्रेरित करने के लिए ‘‘स्वच्छता प्रेरणा समारोह’’ का आयोजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में लाल परेड ग्राउंड भोपाल में आयोजित हुआ।

साथ ही सिटी ब्यूटी कॉम्पिटिशन में राज्य स्तर पर ब्यूटीफुल हेरिटेज प्लेस में प्रथम रैंक, ब्यूटीफुल वार्ड में प्रथम रैंक, ब्यूटीफुल ग्रीन स्पेस में द्वितीय रैंक एवं ब्यूटीफूल हेरिटेज प्लेस में द्वितीय रैंक प्राप्त करने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा उज्जैन शहर को सम्मानित किया गया। यह सम्मान महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष कलावती यादव, निगम आयुक्त आशीष पाठक द्वारा प्राप्त किया गया।

इन निकायों को मिला पुरस्कार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वच्छता पुरस्कारों में देश में स्वच्छतम शहर इंदौर के महापौर श्री पुष्य मित्र भार्गव को पुरस्कार प्रदान किया। इसके साथ ही श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी का पुरस्कार में भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने ग्रहण किया।

इसके अलावा स्वच्छता के क्षेत्र में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चयनित निकायों उज्जैन, सौंसर, मुंगावली, नौरोजाबाद, अमरकंटक, बुधनी, बदनावर, विदिशा, शाजापुर और खंडवा निकायों के पदाधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। प्रदेश के कुल 47 नगरीय निकाय, 4 संभाग, 3 जिलों, राज्य के रूप में मध्यप्रदेश और एक एसबीएम टीम सहित कुल 65 अवॉर्ड प्रदान किये गये।

इंदौर सातवीं बार अव्वल, भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी व पांचवे नंबर पर

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लाल किले से अपने संबोधन में राष्ट्रवासियों को स्वच्छता अभियान में भागीदारी का आव्हान किया था। पूरा देश स्वच्छता अभियान के अंतर्गत नगरों, कस्बों और ग्रामों में उदाहरण स्थापित कर रहा है। मध्यप्रदेश को स्वच्छता क्षेत्र में अग्रणी होने का सौभाग्य मिला है।

जहाँ इंदौर शहर सातवीं बार स्वच्छतम शहर के रूप में चुना गया, वहीं भोपाल श्रेष्ठ स्वच्छ राजधानी मानी गई है। भोपाल देश में भी पाँचवें क्रम पर स्वच्छ शहर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कृत निकायों को बधाई देते हुए भविष्य में भी स्वच्छता क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने की अपेक्षा की।

इंदौर-भोपाल के बाद प्रदेश के अन्य नगरों में मेट्रो की योजना

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नगरीय निकायों के विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया। इस अवसर पर भोपाल मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के लिए 8 स्टेशनों का भूमिपूजन भी किया गया। डॉ. यादव ने कहा कि एक समय था कि जब मेट्रो ट्रेन प्रदेशवासियों के लिए एक स्वप्न थी। भोपाल और इंदौर के पश्चात जबलपुर, ग्वालियर और प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी मेट्रो रेल लाइन के निर्माण की योजना है। प्रदेश में रेलवे क्रासिंग खत्म करने के लिए 105 रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के साथ ही 334 पुलों के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।

8 हजार 837 नियुक्ति पत्र प्रदान किए

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में स्वच्छ हम पुस्तिका एवं जल मल प्रबंधन नीति 2024 का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का प्रसारण प्रदेश के सभी 413 निकायों में किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बटन दबाकर 8 हजार 837 नियुक्ति पत्र प्रदान किए। उन्होंने प्रतीक स्वरूप 17 नियुक्ति पत्र मंच पर प्रदान किए।

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