शिकायतकर्ता पर अधिकारी ने बनाया दबाव
तराना, अग्निपथ। प्रदेश में आम नागरिक की समस्या के निराकरण के लिए तैनात अधिकारी यदि कोई कदम नहीं उठाते हैं तो तत्कालीन शिवराजसिंह सरकार ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन शुरू की। जिसके फलस्वरूप लोगों को फायदा मिला परन्तु वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन की तहसील तराना में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतकर्ता को एक सक्षम अधिकारी ने शिकायत वापसी के लिये दबाव बनाने का मामला प्रकाश मे आया है।
शिकायतकर्ता धर्मेंद्र बोड़ाना ने बताया कि वार्ड 15, तोबरीखेड़ा रोड पर बने मकानों के आगे पानी निकासी नहीं होने और गंदगी हटाने के लिये दो साल पहले वर्ष 2023 में नगर परिषद में लिखित शिकायत की। कई बार गुहार लगाने के बाद भी सफाई नहीं हुई और पानी निकासी की व्यवस्था भी नहीं हुई। इस पर 8 जुलाई 2023 को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत क्र.230888 के माध्यम से निवेदन किया।
नगर परिषद में वर्तमान मे मुख्य नगर पालिका अधि. का अतिरिक्त प्रभार नायाब तहसीलदार टीना मालवीय के पास है। जिन्होंने गत दिवस इस मामले मे संज्ञान लिया। धर्मेंद्र ने बताया कि अधिकारी ने उन्हें तहसील कार्यालय मे बुलाकर कहा कि अपनी सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस ले लो। समस्या दूर नहीं होने के बावजूद शिकायत वापसी के लिये दबाव बनाते हुए कार्रवाई करने की धमकी भी दी।
इस दौरान साथ गए समाजसेवी नंदराम जाट ने जब नायब तहसीलदार से कहा कि आप सक्षम अधिकारी हैं चाहें तो जनसमस्या हल हो सकती है। तब नायब तहसीलदार ने जाट को भी कार्यवाही का हवाला देते हुए चुप रहने का कहा।
उक्त मामले को लेकर कलेक्टर व मुख्यमंत्री के नाम शिकायत एसडीएम को सौपी गई है। देखना है शिकायतकर्ता की जुलाई 2023 मे सीएम हेल्पलाइन की शिकायत का निराकरण कब होता है और मुख्यमंत्री जिन्हें पूरे म.प्र. मे हेल्पलाइन पर दर्ज जनसमस्याओं के लिये निर्देश देना होते हैं। अपने गृह जिले मे इसे कितना कारगर सिद्ध करते हैं।
उक्त मामले मे अग्निपथ ने नायब तहसीलदार टीना मालवीय से उनके विचार चाहे तब आपने कहा कि मुझे इस विषय मे कुछ नहीं कहना है।