फ्रीगंज ओवरब्रिज होगा फोरलेन, नया ब्रिज 58 करोड़ में बनेगा

अहमदाबाद की कंस्ट्रक्शन कंपनी के पक्ष में टेंडर स्वीकृत

उज्जैन, अग्निपथ। फ्रीगंज ओवरब्रिज के समानांतर एक नया ब्रिज का निर्माण होगा। अहमदाबाद की चेतन कंस्ट्रक्शन कंपनी 58 करोड़ रुपए की लागत से इस महत्वाकांक्षी परियोजना का ठेका लिया है। कंपनी की ब्रिज निर्माण टीम उज्जैन आ गई है और ब्रिज का निर्माण अनौपचारिक रूप से लगभग शुरू हो चुका है।

लोक निर्माण विभाग की सेतुशाखा के अनुसार साल 2027 तक ब्रिज निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। जो पुराने शहर को फ्र ीगंज से जोडऩे का प्रमुख माध्यम होगा और वर्तमान में आ रही ट्रैफिक समस्या से भी निजात मिलेगी। वर्तमान में जो ब्रिज बना हुआ है उसकी उम्र लगभग 100 वर्ष हो चुकी है। 100 वर्ष पूर्व की जनसंख्या के मान से ब्रिज का निर्माण हुआ था जो वर्तमान दौर में काफी छोटा पड़ता है।

ब्रिज निर्माण के लिए पूर्व में भी टेंडर जारी हो चुके हैं। भूमिपूजन भी हो चुका है लेकिन निर्माण कंपनी ने अपरिहार्य कारणों से काम छोड दिया था। इसके बाद शासन ने 71 करोड की अनुमानित लागत के साथ पुन: टेंडर आमंत्रित किए थे। 2 मई 2025 को टेंडर कमेटी ने अहमदाबाद की चंतन कंस्ट्रक् शन कंपनी के पक्ष में टेंडर को मंजूरी दी।

कंपनी ने 58 करेाड रुपए में इस परियोजना को पूरा करने की जिम्मेदारी ली है। कंपनी ने निमर्णण स्थल पर अस्थायी कार्यालय स्थापित कर लिया है। पानी की आपूर्ति के लिए बोरिंग भी किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग ने रेलवे के साथ समन्वय कर जमीन से संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर ली है। लोनिवि के कार्यपालन यंत्री पीएस पंत ने बताया कि ठटेकेदा को जल्द वर्क ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे।

केडी गेट, गौतम मार्ग एवं पत्ती बाजार क्षेत्र में जलभराव से मिलेगी निजात

निगम ने किया 308 मीटर लम्बे नाले का निर्माण, 1 करोड़ 70 लाख रुपये की आई लागत

उज्जैन, अग्निपथ। नगर पालिक निगम उज्जैन द्वारा वीर दुर्गा दास छत्री से जूना सोमवारिया बस्ती तक राशि रुपए लगभग एक करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से 308 मीटर लंबाई एवं 03 मीटर गहराई के नाले का निर्माण किया गया है। उक्त नाले के बनने से बस्ती के साथ साथ केडी गेट, गौतम मार्ग होते हुए पत्ती बाजार क्षेत्र में जल भराव की समस्या का निराकरण होगा, जिससे बारिश का पानी सीधा एरण के नाले से होते हुए वीर दुर्गादास छत्री के समीप बनाए गए नाले में मिलेगा।

नाला निर्माण अंतर्गत पीएचई विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्क्रीनिंग जालियां लगाई गई है जहां से नाले में बहकर आने वाले कचरे को अलग किया जाएगा और पीएचई के स्टॉप डेम से होते हुए उक्त नाले का पानी चक्रतीर्थ पर टाटा द्वारा बनाए गए बड़े चेंबर से होते हुए सीधा सुरासा स्थित निगम के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचेगा।

साथ ही उक्त नाले को क्षिप्रा में मिलने से रोकने के लिए वीर दुर्गादास छत्री के पास पीएचई विभाग का पंप हाउस भी बना हुआ है जिसमें उक्त नाले के पानी को ट्रीट करते हुए सदावल भेजा जाएगा इस प्रकार किसी भी स्थिति में उक्त नाले का पानी शिप्रा में नहीं मिलेगा। निर्माण कार्य झोनल अधिकारी डीएस परिहार, एवं उपयंत्री प्रवीण वाडिया के नियंत्रण में किया गया।

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